मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
यूपी के अमेठी में इफको केंद्र व समितियों पर डीएपी के लिए किसानों की भीड़ अब भी लग रही है। सुबह से शाम तक किसान कतार लगाकर खतौनी के अनुसार खाद ले रहे हैं। अमेठी के इफको केंद्र पर पुलिस की निगरानी में डीएपी वितरित कराई गई है। रविवार को अवकाश के बाद अमेठी स्थित इफको केंद्र पर सोमवार किसानों की भारी भीड़ लगी दिखाई पड़ी। केंद्र पर लगी भीड़ पुलिस को कतारबद्ध करती दिखी। किसान टोकन के अनुसार कतार में लगकर डीएपी लेते दिखे, वहीं गौरीगंज स्थित इफको केंद्र पर शनिवार से डीएपी समाप्त होने के बाद सिर्फ एनपीके का वितरण चल रहा है। साधन सहकारी समिति माधवपुर में शाम तक डीएपी पहुंचने की उम्मीद है।
अमेठी केंद्र पर पहुंचे किसान गोविंद ने बताया कि पहले टोकन मिला था। खतौनी दी है। दो बोरी डीएपी मिलने की बात कही गई है। किसान राम सजीवन ने बताया कि आठ बीघा खेत की बोआई करनी है। मौके पर दो डीएपी व दो एनपीके बोरी मिली है, जो भी उर्वरक मिला है, उससे बोआई कराएंगे। शेष के लिए फिर केंद्र पर लाइन लगानी पड़ेगी। लक्ष्मी ने बताया कि उन्हें एक बोरी डीएपी की जरूरत थी, खतौनी, आधार देने पर मिल गई है। जिला कृषि अधिकारी डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि टोकन सिस्टम से खाद का वितरण कराया जा रहा है। बताया कि गौरीगंज इफको केंद्र पर इफको रैक आने पर ही डीएपी उपलब्ध हो सकेगी। नवंबर माह में 3,600 एमटी डीएपी व एनपीके 1,400 एमटी का वितरण हो चुका है। बताया कि आज अयोध्या रैक से 155 एमटी डीएपी प्राइवेट के लिए और 50 एमटी साधन सहकारी समितियों के लिए मिलेगी। कहा कि किसानों को डीएपी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
किसानों के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार कितना संवेदनशील है, इसका इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब प्रदेश का किसान डीएपी के लिए लाठी खा रहा है तो सोमवार को यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही नई दिल्ली में उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय में उर्वरक सचिव, रजत कुमार मिश्रा से स्वयं मुलाकात कर प्रदेश को भारत सरकार द्वारा उर्वरक की आपूर्ति एवं उपलब्धता तथा रैक के मूवमेंट के बारे में जानकारी प्राप्त किए हैं। डीएपी प्रदेश में कब आएगी इसकी किसी ने सही जानकारी नहीं दी है।