हाल में आए सीरियल ‘तेरी मेरी डोरिया’ फेम अभिनेत्री गौरी टोंक के किरदार जसलीन ने खूब सुर्खियां बटोरीं अब वो हरियाणा में बने नए चर्चित ड्रामा ‘दीवानियत’ में साक्षी चौधरी की भूमिका में नजर आएंगी, जो पारिवारिक प्रपंच में फंसी दृढ़ इच्छाशक्ति वाली मां है। गौरी ने इस भूमिका के लिए एक नया रूप अपनाया और अधिक परिपक्व चरित्र को दर्शाने के लिए अपना वजन बढ़ाया। प्रस्तुत है हिमांशु राज के साथ गौरी टोंक की हुई बातचीत के मुख्य अंश :
गौरी जी कैसा रहा आपका सफर अब तक का?
अभी सफर में ही हूं मैं। मूलत: महाराष्ट्र की ही हूं। मेरा पुणे में जन्म हुआ, मेरी शिक्षा ठाणे में हुई। उसके बाद में इंडस्ट्री में आ गई। शुरुआत में मैंने मराठी शो और फिल्में कीं। उसके बाद बालाजी के साथ ‘एक दिन की वर्दी’ एपिसोड किया। फिर मैं बालाजी के ही साथ ‘कहीं किसी रोज’ में काम किया, जो कि मेरे वैâरियर का टर्निंग प्वाइंट था। मेरे पतिदेव यश टोंक से मेरी भेंट इसी शो के दौरान हुई। मैंने प्रेग्नेंट होने के बाद ब्रेक लिया था।
अभिनेत्री से मां बनने का अनुभव कैसा रहा?
मैं दो बेटियों परी और मायरा की मां हूं। मां बनने का अनुभव तो हर बार अच्छा होता है और हर बार अलग होता है। मेरी पहली बेटी २२ वर्ष की उम्र में हुई। मैं काफी उत्साहित थी कि मैं मां बनने वाली हूं और डर भी था। इस वक्त मैं बालाजी के साथ ‘कहीं किसी रोज’ कर रहे थे। इस दौरान एकता कपूर ने मेरा बहुत साथ दिया था। शूटिंग के दरम्यान कहीं मुझे डॉक्टर के यहां जाना हो तो मुझे नहीं रोका गया। उसके बाद ३६ साल में मुझे दूसरी बेटी हुई, मां बनने का अनुभव था तो उतनी परेशानी नहीं हुई। इस दरमियान मेरा वजन १०३ किलो हो चुका था, खा पी के मस्त रहना था।
गौरी टोंक आप एक मां के रूप में अपना आकलन कैसे करती हैं?
मेरा मां बनना मेरे जीवन का सबसे बेहतरीन अनुभव है। मुझे मेरी दोनों बेटियां बहुत पसंद हैं, मैं उनसे बहुत प्यार करती हूं। मेरी पूरी दुनिया मेरे बच्चे ही हैं शायद मैं दुनिया में अपने बच्चों के लिए ही आईं हूं। मेरी सबसे पहली जिम्मेदारी मेरे बच्चे हैं। लोग कहते हैं बच्चों को मां की जरूरत होती है, पर मुझे लगता है मां को भी बच्चों की जरूरत होती है। कई बार बच्चों को यह पता नहीं होता कि वे अपने अभिभावकों के लिए कितने जरूरी है।
मां बनने के बाद आपके काम पर कोई प्रभाव तो नहीं पड़ा?
बड़ी बेटी ‘परी’ के होने के बाद मैंने ‘नच बलिए ४’ किया, इसमें हमारी और यश की जोड़ी उपविजेता रही। ‘कोई है’, ‘क्राइम पेट्रोल’, ‘एक बूंद इश्क’, ‘कामना’, ‘मोही’, ‘शक्ति’ सहित दर्जन भर से ज्यादा प्रोजेक्ट में काम किया। काम रुका नहीं हां मैंने परिवार के लिए कुछ समय का ब्रेक जरूर ले लिया था।
अपने आने वाले प्रोजेक्ट ‘दिवानियत’ के बारे में कुछ बताएं?
‘दीवानियत’ ११ दिसंबर को स्टार प्लस पर शुरू होगा। तेरी ‘मेरी डोरिया मेरा’ एक शो अभी खत्म हुआ था, जिसका जसलीन का किरदार बहुत सुपरहिट हो गया था। स्टार पर ‘दीवानियत’ भी आने वाला था। मैं जसलीन की इमेज से बाहर आना चाहती थी। मैंने ‘दीवानियत’ में साक्षी चौधरी के किरदार के लिए पुन: अपना वेट ७ किलो बढ़ाया है। साक्षी चौधरी की भूमिका एक मजबूत किरदार है, जो कि अपने बच्चों से बहुत प्यार करती है। किरदार हरियाणवी महिला का है और मेरा ससुराल हरियाणा में है। हरियाणा का भोजन काफी रिच होता है, देसी घी मक्खन से भरपूर। किरदार में ढलने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई।
आपने अभी तक फिल्मों में कोई किरदार नहीं किया, ऐसा क्यों?
मुझे आज तक ऐसा कोई ऑफर फिल्मों से नहीं मिला। पर अगर कुछ अच्छा ऑफर आता है तो मैं जरूर करना चाहूंगी।
फिल्मों और ओटीटी में बढ़ते खुलेपन पर आपका क्या कहना है?
मैं इसका समर्थन नहीं करती। मैं स्वयं असहज हो जाती हूं। अगर ऐसा कोई सीन आता है तो परिवार के साथ अगर हम कुछ देख रहे होते हैं। आज जरूरत है कि ऐसी फिल्मों को या वेब सीरीज की चिह्नित करने की जिन्हें हम परिवार के साथ बैठकर देख सकते हैं कि नहीं। मैं तो यूट्यूब या चैनल पर बच्चों के प्रोग्राम के दौरान आ रहे ऐसे विज्ञापन का भी विरोध करती हूं जो वयस्कों के लिए हो।