-सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या में २५ प्रतिशत इजाफा
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में बीते कुछ दिनों से वायु गुणवत्ता में गिरावट और प्रदूषण के बढ़ने के साथ ही अब दोपहर की चुभती गर्मी और रात की सर्दी के बदलते मौसम ने शहर की सेहत पर असर डाला है। सर्दी, खांसी और वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में २५ प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई है। इस वजह से मुंबई महानगरपालिका ने नागरिकों से अपनी सेहत का ख्याल रखने की अपील की है।
हर साल की तरह इस साल भी ठंड की आहट के साथ बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि हवा में नमी बढ़ने से धूल कण ज्यादा समय तक वातावरण में बने रहते हैं, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई है।
पिछले हफ्ते से मुंबई में दिन के समय धुंध बढ़ने से श्वसन से जुड़ी बीमारियां तेजी से पैâल रही हैं। इससे अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। इसे देखते हुए मुंबई महानगरपालिका ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। प्रमुख अस्पतालों केईएम, सायन, नायर, कूपर और १६ उपनगरीय अस्पतालों एवं क्लीनिकों में जरूरी दवाओं और चिकित्सा सुविधाओं का पर्याप्त स्टॉक तैयार रखा गया है।
`तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में एक हफ्ते पहले आए `फेंगल’ चक्रवात का असर मुंबई के तटीय इलाकों पर भी महसूस किया गया है। पूर्व से आने वाली नम हवाओं के कारण कभी ठंडक तो कभी गर्मी का माहौल बन रहा है। अगले चार दिनों में स्थिति सामान्य होकर ठंडक बढ़ने की संभावना है।’
-सुषमा नायर, मौसम विभाग, मुंबई
`सायन अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब सात हजार मरीज आते हैं। इनमें खासकर सर्दी, बुखार और वायरल बुखार के मरीजों की संख्या में २५ प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसे देखते हुए अस्पतालों में आवश्यक बेड और दवाओं की व्यवस्था की गई है।’
-डॉ. मोहन जोशी, डीन, सायन अस्पताल