मुख्यपृष्ठटॉप समाचारमौत बन दौड़ी बस,  7 की मौत, 42 घायल

मौत बन दौड़ी बस,  7 की मौत, 42 घायल

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के कुर्ला इलाके में एक दिल दहला देने वाली बस दुर्घटना ने न सिर्फ शहरवासियों को झकझोर कर रख दिया, बल्कि पूरे इलाके में खौफ का माहौल पैदा कर दिया। बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) की एक बस अनियंत्रित होकर सड़क पर चल रहे वाहनों और पैदल यात्रियों को रौंदते हुए तबाही मचाते हुए दौड़ पड़ी। इस हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 42 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हैं।

कैसे हुआ हादसा?

यह दुर्घटना कुर्ला के एक व्यस्त इलाके में सुबह के समय हुई, जब यातायात अपने चरम पर था। चश्मदीदों के अनुसार, बस तेज रफ्तार में थी और अचानक अनियंत्रित होकर सड़क पर चल रहे वाहनों और पैदल यात्रियों को टक्कर मारने लगी। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, “बस ने सबसे पहले एक कार को टक्कर मारी, फिर दो बाइक सवारों को अपनी चपेट में ले लिया। इसके बाद यह फुटपाथ पर चढ़ गई, जहां कई लोग चल रहे थे। सब लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ रहे थे।”

मौत और घायलों का आंकड़ा

इस हादसे में मरने वालों की संख्या अब 7 हो गई है, जबकि 42 लोग घायल हैं। इनमें से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को कुर्ला और सायन अस्पताल में भर्ती कराया गया है, और डॉक्टरों का कहना है कि कुछ की स्थिति नाजुक बनी हुई है। घायल लोगों में कई बुजुर्ग, महिलाएं और छोटे बच्चे शामिल हैं, जो बस के चपेट में आ गए थे।

ड्राइवर की हालत और तकनीकी जांच

हादसे के तुरंत बाद पुलिस ने बस के ड्राइवर को हिरासत में ले लिया। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ड्राइवर का स्वास्थ्य ठीक नहीं था और उसने अपनी ड्यूटी कुछ ही समय पहले शुरू की थी। ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि उसे गाड़ी चलाते वक्त चक्कर आ गया था। इसके अलावा, यह भी आशंका जताई जा रही है कि बस की ब्रेक फेल हो गई थी। इस संदर्भ में तकनीकी विशेषज्ञों द्वारा जांच की जा रही है कि कहीं बस की कोई तकनीकी खराबी तो नहीं थी।

क्या तकनीकी खराबी या लापरवाही है कारण?

हादसे के बाद बेस्ट प्रशासन ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बस की नियमित सर्विसिंग और तकनीकी जांच का रिकॉर्ड खंगालना शुरू कर दिया है। बेस्ट के प्रवक्ता ने कहा, “हम इस घटना से स्तब्ध हैं और इसकी पूरी जांच करेंगे। अगर यह तकनीकी खराबी या स्टाफ की लापरवाही का मामला साबित होता है, तो हम सख्त कार्रवाई करेंगे।”

चश्मदीदों की प्रतिक्रिया

घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने हादसे को भयावह बताया। एक चश्मदीद ने कहा, “बस रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहे थे। यह किसी बुरे सपने जैसा था।” हादसे के बाद इलाके में अफरातफरी मच गई थी, और लोगों ने तत्काल पुलिस और एम्बुलेंस को सूचित किया।

प्रशासन की प्रतिक्रिया और अगला कदम

मुंबई पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने इस दुर्घटना की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है। सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाने की योजना बनाई जा रही है। प्रशासन ने यह भी कहा कि शहर के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा उपायों को और कड़ा किया जाएगा। हादसे के बाद, कुर्ला के स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए और बेस्ट प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। उन्होंने सड़कों पर अधिक सुरक्षा उपायों और कड़े ट्रैफिक नियमों की मांग की।

इस दुर्घटना ने यह सवाल उठाया है कि क्या सार्वजनिक परिवहन प्रणालियों की सुरक्षा मानक सही तरीके से लागू किए जा रहे हैं। क्या नियमित जांच और सर्विसिंग में किसी प्रकार की लापरवाही बरती जा रही है? इन सवालों के जवाब जल्द ही प्रशासन और बेस्ट की जांच में सामने आने की उम्मीद है।

सड़क सुरक्षा के कड़े कदम जरूरी

मुंबई में यातायात की भारी भीड़ और तेज रफ्तार से अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन इस तरह के हादसे इस बात की याद दिलाते हैं कि सड़क सुरक्षा को लेकर लगातार और ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। प्रशासन और बेस्ट को इस दुर्घटना से सबक लेते हुए सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा और प्रभावशीलता सुनिश्चित करनी होगी, ताकि भविष्य में ऐसे खौ़फनाक हादसों से बचा जा सके।

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