सामना संवाददाता / नई दिल्ली
एक ओर जहां किसान अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं और उन्हें दिल्ली आने से रोकने के लिए केंद्र सरकार मार्गों में कीले लगवा रही है। वहीं दूसरी ओर, भाजपा के नेता किसानों के जले पर नमक छिड़क रहे हैं। जी हां, हरियाणा के बीजेपी सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने किसानों के आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया है। जांगड़ा ने कहा कि २०२१ में टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर जो किसान आंदोलन हुआ, वहीं से हरियाणा में नशा आया है। उसके पहले हरियाणा में दो ही तरह का नशा था। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि उस समय दोनों बॉर्डर से सटे गांवों से ७०० लड़कियां गायब हो गर्इं। उन्होंने कहा कि आज १४० करोड़ की आबादी में भी किसानों ने इतना उत्पादन किया कि पीएम ८० करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रहे हैं। किसानों को और गुणवत्ता बढ़ानी चाहिए। पीएम की नीति के अनुसार किसान चलेगा तो उनकी आय दोगुनी ही नहीं चार गुनी हो जाएगी। भाजपा सांसद के बयान के बाद भाकियू संघर्ष के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरनजीत सिंह ने जोरदार हमला बोला है। भाजपा सांसद पर कार्रवाई की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि आपने क्या कार्रवाई की। किसानों को कभी आतंकवादी कहा जाता है तो, कभी बलात्कारी। ऐसे सांसद पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। आपने एक नया एजेंडा शुरू कर दिया है और आपकी नैतिक जिम्मेदारी है, अगर ऐसा होता तो आप कार्रवाई करते। गौरतलब है किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं है।