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अंबरनाथ शहर बना समस्याओं का शहर…ईडी के समर्थक ही दे रहे हैं नपा प्रशासन को आंदोलन की धमकी

-पूर्व नगरसेवक सुभाष सालुंके मुख्याधिकारी अभिजित पराडकर से मिले

-समस्या निदान के लिए दिए लंबी समस्याओं की निवेदन सूची

सामना संवाददाता / अंबरनाथ

अंबरनाथ शहर इन दिनों समस्याओं से घिरा है। समस्या नगर बने अंबरनाथ को समस्या से निदान देने के लिए ईडी सरकार के शिंदे समर्थक पूर्व सभापति व नगरसेवक सुभाष सालुंके ने अंबरनाथ शहर की लोक समस्या निवारण करने के लिए मुख्याधिकारी अभिजित पराडकर से मुलाकात कर चर्चा की। साथ ही शहर समस्या की एक लंबी सूची निवेदन के रूप में सौंपी है।
सुभाष सालुंखे के निवेदन पत्र से यह साबित हो रहा है कि अंबरनाथ शहर प्रशासनिक व्यवस्था का शिकार हो गया है। महायुति के शासन में जन सुविधाओं का अभाव है। सरकार का नपा पर बिल्कुल भी अंकुश नहीं है। अंबरनाथ में कुत्तों का आतंक काफी बढ़ गया है, जिससे छोटे बच्चे, वरिष्ठ नागरिक, महिला सब परेशान हैं। अंबरनाथ-पूर्व बायपास रोड, एमआयडीसी रस्ता, स्मशान भूमी के सामने के चौक, डेअरी सामने के रास्ते जहां पर दुर्घटना घटित होकर मौत तक होती है। लोगों के बचाव के लिए स्पीड ब्रेकर, रिफ्लेक्टर, जेब्रा क्रसिंग, सिंगनल, सूचना बोर्ड लगाने के अलावा उच्च दाब के पोल को स्थनांतरित करने, पुराने सड़े-गले, पोल को निकाल कर नया बैठाने, सकरे रास्ते का विस्तार करने, छत्रपती शिवाजी महाराज का पुतला जो नपा प्रांगण मे लगाया जाएगा। अश्वारूढ पुतले को जल्द खड़ा करने के लिए सरकारी इजाजत लिया जाय। हिंदू स्मशान भूमी प्रदूषण मुक्त, पर्यावरणपूरक शव दाहिनी शुरू किया जाय। ऐसी शवदाह प्रक्रिया को मुफ्त किया जाय। जनजागृती करते हुए सूचना बोर्ड लगाया जाय। अंबरनाथ पश्चिम की स्मशानभूमी में लगी डीजल शवदाह बंद है। उस डीजल शव दाहिनी को चालू किया जाय। अंबरनाथ-पूर्व स्मशान भूमी मे गैस शव दाहिनी शुरू किया जाय। साथ ही पानी की व्यवस्था की जाय। शवदाह के लिए लकडी रखने की उचित व्यवस्था नहीं है। रूम (गोडाऊन) की व्यवस्था किया जाय। कचरा व्यवस्थापन (गिला-सूखा) अभियान को प्रभावी तौर पर शुरू किया जाय। अनियमित घंटागाडी को नियमित किया जाय। रास्ते, सड़क की कचरा कुंडी बंद किया जाय। काम में लापरवाही करने वाले ठेकेदार पर नियमित कार्रवाई की जाय। नियमित कहीं न कहीं की रोड लाइट बंद रहती हैं। विद्युत ठेकेदार उस पर ध्यान नहीं देता तो ऐसे ठेकेदार का ठेका रद्द कर नई निविदा निकाली जाय। अंबरनाथ के नागरिकों की समस्या का निराकरण किया जाय। वैसे यदि देखा जाय तो अंबरनाथ शहर पीने का पानी, बिजली जैसी तमाम तरह की समस्या से घिरा है। अपराध के मामले में भी अंबरनाथ काफी आगे है।
मुख्याधिकारी अभिजित पराडकर के सामने ईडी सरकार शिंदे के समर्थक सुभाष सालुंखे ने जिस तरह से निवेदन किया है, उससे साफ जाहिर हो रहा है कि ईडी सरकार के साथ ही नपा प्रशासन ने अंबरनाथ में जनसुविधा, मूलभूत सुविधाएं मुहैया करने में फेल रही है।

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