मनपा की लापरवाही से समय पर काम पूरा होने पर उठे सवाल
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई मनपा ने २०२४-२०२५ के बीच १०९ किलोमीटर सड़कों को ही कंक्रीट किया है, जबकि निविदा शर्तों के अनुसार, २०२७ तक ५९४ किलोमीटर सड़कों का कंक्रीटिंग करना था। यह गति बेहद धीमी है और नागरिकों का मानना है कि मनपा द्वारा निर्धारित समय पर काम पूरा करना अब मुश्किल ही लग रहा है।
मनपा आयुक्त भूषण गगरानी ने २०२५ किलोमीटर सड़कों में से १,३३३ किलोमीटर सड़कों को कंक्रीट करने का दावा किया है, लेकिन फरवरी २०२४ तक १,२२४ किलोमीटर सड़कों को क्रंक्रीट किया गया, जिससे यह स्पष्ट है कि पिछले एक साल में १०९ किलोमीटर सड़कें ही कंक्रीट की गईं। नागरिक कार्यकर्ता निखिल देसाई के अनुसार, मनपा ने कई सड़क परियोजाओं की शुरुआत कुछ ठेकेदार के साथ की। पहले चरण में शहर में कंक्रीट का काम अटका हुआ था। अब यह मुद्दा सुलझा लिया गया है, लेकिन कुछ ठेकेदारों के नियुक्त करने से काम धीमी चल रहा है। उनके अनुसार यह २०२७ की समयसीमा में पूरी करना संभव नहीं है। गति बढ़ाने के लिए वॉर्डस्तर पर ठेकेदार नियुक्त करना चाहिए। वहीं एक अन्य कार्यकर्ता के अनुसार, कई सड़कों में दरारें आ गई हैं और मनपा ने ठेकेदारों पर जुर्माना भी लगाया है, लेकिन काम में कोई सुधार नहीं हुआ और नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
मनपा ने पहले ही दावा किया था कि २४३ किलोमीटर सड़कों का कंक्रीटिंग २०२४ में मानसून से पहले पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन यह लक्ष्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया। इसके अलावा, मनपा ने २०२५ तक पहले और दूसरे चरण में ७५ फीसदी और ५० फीसदी काम पूरा करने का वादा किया था, लेकिन काम की धीमी गति के कारण यह वादा भी मुश्किल हो रहा है।