अमिताभ श्रीवास्तव
जितनी पाकिस्तान की जीडीपी नहीं होगी, उससे ज्यादा की घड़ी तो हार्दिक पांड्या की कलाई में बंधी है। पाकिस्तान को बुरी तरह हराकर सेमीफाइनल के रास्ते पर आई टीम इंडिया के ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या की घड़ी क्रिकेट दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है क्योंकि ऐसी घड़ी दुनिया में ज्यादा नहीं है। कुल ५० घड़ियां ही बनी हैं और वो भी टेनिस के बादशाह रहे राफेल नडाल पहनते हैं। उनके लिए ही बनी थीं। मगर हार्दिक की कलाई में बंधी। सब जानते हैं हार्दिक पांड्या को महंगे शौक हैं। लक्जरी लाइफ स्टाइल और बिंदास जिंदगी जीने वाले हार्दिक के पास घड़ियों का तगड़ा कलेक्शन है। इस मर्तबा उन्होंने रिचर्ड मिल आरएम २७-०२ सीएएफक्यू टूरबिलन राफेल नडाल स्केलेटन डायल एडिशन पहनी थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस कलेक्शन की सिर्फ ५० घड़ियां ही बनाई गई थीं। इस घड़ी को मूलरूप से टेनिस के दिग्गज राफेल नडाल के लिए बनाया गया था। रिचर्ड मिल आरएम २७-०२ दुनिया की सबसे हल्की घड़ियों में से एक है, जिसका वजन स्ट्रैप सहित २० ग्राम से थोड़ा कम है। घड़ी की कीमत लगभग सात करोड़ रुपए है। आरएम २७-०२ घड़ी ग्रेड ५ टाइटेनियम पुल से बनी है जो ७० घंटे का पॉवर रिजर्व देती है। घड़ी का क्वार्ट्ज टीपीटी केस इसे एक शानदार पैâशन स्टेटमेंट देता है। इससे पहले भी हार्दिक पांड्या आईपीएल के दौरान इस घड़ी को पहनकर मैदान पर उतर चुके हैं।
गुस्से में मेस्सी ने दबाई कोच की गर्दन
विश्व फुटबॉल के बेताज बादशाह को भी गुस्सा आता है। इतना कि वो किसी की गर्दन तक दबा सकता है। जी हां, ये दृश्य पिछले दिनों देखने को मिला जब मेस्सी को रेड कार्ड दिखाया गया और उनके गुस्से को दुनिया ने देखा। अपने रेड कार्ड को हालांकि मेस्सी ने बातचीत के बाद पीले में बदल लिया, मगर झड़प शांत नहीं हुई क्योंकि विवाद बढ़ा तो विरोधी टीम के सहायक कोच की उन्होंने गर्दन पकड़ ली। अर्जेंटीना के विश्व कप विजेता खिलाड़ी इंटर मियामी के लिए खेल रहे थे। खेल २-२ से बराबरी पर समाप्त हुआ था, जिसमें मेस्सी ने अपने ट्रेडमार्क स्लैलम रन के बाद अपनी टीम के लिए अंतिम समय में बराबरी का गोल किया था। हालांकि, अंतिम सीटी बजने के बाद बार्सिलोना के दिग्गज खिलाड़ी एमएलएस के पहले मैच में अपनी टीम के परिणाम से नाखुश दिखे। सबसे पहले उन्होंने गुस्से में रेफरी रोसेंडो मेंडोजा को डांटा। रेफरी पीछे हट गया और प्लेमेकर को दूर जाने का इशारा किया, लेकिन मेस्सी उसकी ओर आते रहे और मेंडोजा की ओर उंगली दिखाते रहे तो रेफरी ने पीला कार्ड दिखा दिया। इससे मेस्सी पर कोई असर नहीं पड़ा और उन्होंने अपना हमला जारी रखा। यूं तो वो मैदान से बाहर चले गए, लेकिन मामला अभी शांत नहीं हुआ था। जब असंतुष्ट मेस्सी मैदान से बाहर निकले तो न्यूयॉर्क सिटी एफसी के सहायक कोच मेहदी बलौची उनसे कुछ कहते नजर आए। बस इससे मेस्सी भड़क उठे और आगे बढ़कर उनका गला पकड़ दबा दिया। मेस्सी की इस हरकत को मान्य नहीं किया गया, मगर मामले की तह में दोनों तरफ से हाथ उठे थे यह देखते हुए जैसे-तैसे सब कुछ शांत कराया गया।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)