श्रीकिशोर शाही
पिछले तीन साल से तीसरे विश्वयुद्ध के मुहाने पर खड़ी दुनिया में अब शांति आने के संकेत मिल रहे हैं। रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से जारी युद्ध की आंच फीकी पड़ने लगी है। यूक्रेन को लड़ने के लिए ९० फीसदी से ज्यादा रकम और हथियारों की मदद तो अमेरिका कर रहा था। एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका इस युद्ध पर एक ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा खर्च कर चुका है। बदले में अमेरिका को क्या मिला? यह बात नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नागवार गुजरी और उन्होंने साफ कह दिया कि अमेरिका ने कोई ठेका नहीं ले रखा है। नाटो के बाकी देश भी अपनी जिम्मेदारी समझें। यूक्रेन को मदद बंद!
ट्रंप की इस घोषणा से सबसे ज्यादा टेंशन में यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की आ गए हैं। कल व्हाइट हाउस में जिस तरह से जेलेंस्की की बेइज्जती हुई है, उससे हर कोई सन्न है। अगर अमेरिका ने मदद बंद कर दी तो वे बेमौत मारे जाएंगे। यह सोच-सोचकर जेलेंस्की की नींद उड़ गई है। अमेरिका के खुमार में ही तो जोकर जेलेंस्की ने रूस से पंगा लिया था। जी हां, जोकर। राजनीति में आने से पहले जेलेंस्की कॉमेडियन थे, बोले तो हिंदी में जोकर। अमेरिका ने रूस के साथ सऊदी अरब में शांति वार्ता बगैर यूक्रेन के ही कर ली, इससे आहत जेलेंस्की ने सरेंडर करते हुए कह डाला कि वे राष्ट्रपति का पद छोड़ने के लिए तैयार हैं, पर उन्हें आश्वासन दिया जाए कि यूक्रेन को नाटो में शामिल किया जाएगा। जेलेंस्की ने कर दी न जोकरई! अरे, इसी नाटो में शामिल होने की उनकी जिद पर तो रूस ने यूक्रेन के ऊपर बम बरसाना शुरू किया था। अब हारा शख्स भी कोई शर्त रखता है क्या! पर अगर कॉमेडी की स्टेज हो तो फिर कुछ भी चलता है। जो सीन बन रहा है, उसमें यूक्रेन नाटो में रहे न रहे, इससे ट्रंप को क्या फर्क पड़ता है। ट्रंप एक बिजनेसमेन हैं और उनका सारा फोकस अरबों डॉलर की रक्षा करना है। वैसे भी सेकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद जब रूस और अमेरिका आमने-सामने आए थे, तब नाटो और सीटो बना था। सोवियत संघ के विघटन के बाद सीटो तो फिनिश हो गया, पर नाटो की गाड़ी घिसटती रही। सो जब सीटो ही नहीं रहा तो नाटो का क्या काम? वैसे भी अगर अमेरिका ने नाटो से हाथ खींच लिया तो बाकी के यूरोपीयन देश झाल ही बजाएंगे। रूस एक महाशक्ति है और वह अपने मुहाने पर किसी नाटो देश को वैâसे बर्दाश्त करता। उधर जेलेंस्की की पीठ ठोककर हथियार लॉबी ने यूक्रेन को युद्ध में झोंककर कई लाख लोगों को मौत के मुंह में झोंक दिया। अब ऐसा काम कोई जोकर ही कर सकता है!