उमेश गुप्ता / वाराणसी
मंडुवाडीह इलाके में उत्तरी ककरमत्ता के लोगों ने बरेका की तरफ खुलने वाले रास्ते को बंद किए जाने के विरोध में उग्र प्रदर्शन किया। रविवार को महिलाओं को आगे कर कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके जवाब में आरपीएफ ने गांव में घुसकर लाठीचार्ज किया। इस घटना में कई महिलाओं और पुरुषों को चोटें आईं। आरपीएफ ने सरकारी काम में बाधा डालने समेत अन्य आरोपों के तहत एक नामजद और 45-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। शनिवार को बरेका प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था का हवाला देते हुए उत्तरी ककरमत्ता का वह रास्ता, जो बरेका परिसर में जाता है, ग्रामीणों के लिए बंद कर दिया।
प्रशासन ने बुलडोजर की मदद से प्रवेश मार्ग पर लगभग 15 फीट गहरा गड्ढा खुदवा दिया, जिससे ग्रामीण परिसर में नहीं जा सके। इस कदम का ग्रामीणों ने विरोध किया, लेकिन आरपीएफ की मौजूदगी के कारण उनकी कोई बात नहीं मानी गई।
रविवार को आरपीएफ और सिविल पुलिस की देखरेख में बरेका प्रशासन ने 15 फीट ऊंची और 15 फीट लंबी दीवार खड़ी करनी शुरू की। इसी दौरान दो दर्जन से अधिक महिलाएं और पुरुष विरोध करने पहुंचे। माहौल तब और बिगड़ गया, जब कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसमें कई आरपीएफ और सिविल पुलिस के जवान घायल हो गए। स्थिति बेकाबू होते देख आरपीएफ के जवानों ने गांव में घुसकर लाठीचार्ज किया और तीन युवकों को हिरासत में ले लिया। अतिरिक्त फोर्स की तैनाती घटना के बाद हालात को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती कर दी है। निर्माणाधीन दीवार की सुरक्षा के लिए भी विशेष फोर्स को तैनात किया गया है।