भाजपा, आकाश आनंद के अंदरूनी रिश्तों की बसपा करेगी पड़ताल
रमेश ठाकुर / नई दिल्ली
बसपा प्रमुख मायावती भाजपा के खेल को समय रहते समझ गर्इं? उनके करीबी सूत्रों ने उनको आगाह कर बताया कि भाजपा, आकाश आनंद और उनके ससुर को पार्टी में एकनाथ सिंधे बनाने की जुगत में हैं। भाजपा की मंशा है कि बसपा पर आकाश आनंद का राज कायम हो, जिसके बाद भाजपा मायावती की पार्टी में अपनी मर्जी चलाए। मायावती के सूत्रों ने उन्हें ये भी बताया कि आकाश की कई गुप्त मुलाकातें विभिन्न भाजपा नेताओं से हुई हैं और प्रस्तावित भी हैं।
बता दें कि मायावती ने एक दिन पहले ही भतीजे आकाश को उत्तराधिकार समेत सभी पदों से हटाया था। हालांकि, तब इसके पीछे उन्होंने आकाश के ससुर और उनकी पत्नी को जिम्मेदार बताया था, लेकिन अब कहानी में नया मोड़ आ गया है। पटकथा के लिंक भाजपा से जुड़ गए हैं। फिलहाल, इस मुद्दे पर बसपा के नेता बोलने से बच रहे हैं। मायावती ने भी किसी गुप्त सूचना को सार्वजानिक किए बिना भतीजे आकाश को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। मायावती ने यह निर्णय आकाश की उस पोस्ट के बाद लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कुछ विरोधी दल ये सोच रहे हैं कि पार्टी के पैâसले से मेरा राजनीतिक करियर समाप्त होगा। उन्हें समझना चाहिए कि बहुजन मूवमेंट कोई करियर नहीं, बल्कि करोड़ों दलित, शोषित, वंचित और गरीबों के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान की लड़ाई है।
मायावती ने `एक्स’ पर लिखा
मायावती ने आकाश आनंद के एक्स पोस्ट के बाद उनको हटाने का पैâसला लिया। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर एक के बाद एक तीन पोस्ट किए। मायावती ने कहा कि बीएसपी की आल-इंडिया की बैठक में आकाश आनंद को पार्टी हित से अधिक पार्टी से निष्कासित अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण नेशनल कोआर्डिनेटर सहित सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था। उसका उसे पश्चताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी, लेकिन इसके विपरीत आकाश ने जो अपनी लंबी-चौड़ी प्रतिक्रिया दी है। वो उसके पछतावे और राजनीतिक मैच्युरिटी का नहीं, बल्कि उसके ससुर के ही प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी व गैर-मिशनरी है, जिससे बचने की सलाह मैं पार्टी के ऐसे सभी लोगों को देने के साथ दंडित भी करती हूं।