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बरसाना की होली में मुसलमानों की नो एंट्री पर मौलाना बिलबिलाये!

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ

मथुरा में लोग धूमधाम से होली खेल रहे हैं। देश-दुनिया से बहुत सारे लोग यहां रंग खेलने पहुंच रहे हैं। इसी बीच एक फरमान जारी हुआ है, जिसमें साफ-साफ कहा गया है कि ब्रज की होली में मुस्लिमों की एंट्री नहीं होगी। इतना ही नहीं मुसलमानों में इसको लेकर काफी आक्रोश भी देखा जा रहा है।मुरादाबाद में मुस्लिम लीग के संयुक्त अचिव मौलाना कौसर हयात खान ने बरसाना होली को लेकर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए हिंदुओं को बड़ी चेतावनी दी है। बरसाना होली मेले में गैर हिन्दुओं की एंट्री बैन की मांग पर मुस्लिम लीग भड़क गई है। मुस्लिम लीग के संयुक्त सचिव मौलाना कौसर हयात खान ने कहा कि महाकुंभ के बाद अब बरसाना होली मेले में गैर हिंदुओं की एंट्री पर रोक की बात हो रही है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का तो जवाब इन्हें मिल गया, आसमान का थूका मुंह पर आता है। इन्होंने जिस तरह की नफरत का इजहार किया, खुद ऊपर वाले ने इनको दिखा दिया। जैसे पहले हिमाचल प्रदेश पर त्रासदी आई थी, वहां पर खुल कर मुसलमानों ने हिंदुओं की मदद की थी और उसी तरह जब कुंभ में भगदड़ मची, तो ये बताएं सबसे ज्यादा मदद किसने की है। वहां के मुसलमानों ने खुलकर हिंदुओं की मदद की, अपनी मस्जिदें तक खोल दीं। वो लोग जो मुसलमानों और मस्जिदों से नफरत करते हैं उन्होंने मस्जिदों में पनाह ली है, मुसलमानों ने ही उन्हें खिलाया और पिलाया है, ओढ़ने के लिए चादरे दी हैं। जब जरूरत पड़ती है तो मुसलमान ही काम आए।
मुसलमानों ने कभी दावा नहीं किया था कि हम कुम्भ या बरसाना में जाएंगे। कोई मुसलमान नहीं कह रहा है, आसमान का थूका मुहं पर आया है, ये ऐसे लोग खुद जलील हुए है। अल्लाह ने उन्हें जलील किया है। इस तरह से नफरत फैलाने वाले लोगों के लिए न सरकार काम आई और न ही पुलिस। अगर उनकी मदद की तो मुसलमानों ने की है।

इससे पहले बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने मथुरा के वृंदावन में होली पर लगने वाले मेले में मुस्लिम समाज के आने और यहां दुकानें लगाने पर पाबंदी लगाने को गैर संवैधानिक बताया।मौलाना ने कहा कि मुसलमानों पर महाकुंभ में अखाड़ा परिषद ने पाबंदी लगाई थी। अब वृंदावन के मेले में इस तरह की घोषणा होने से देश में हिंदू-मुस्लिम एकता पर सवालिया निशान है। इस तरह के फैसले देश को आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर करते हैं।
शहाबुद्दीन रजवी ने कहा था कि चंद फिरकापरस्त ताकतें इस तरह का एलान करके मुसलमानों के खिलाफ माहौल तैयार कर रहे हैं। मुसलमानों को आर्थिक तौर पर कमजोर करने की साजिश रची जा रही है। मगर इस तरह की सोच रखने वालों के हौसले पस्त होंगे। हिंदू-मुसलमान मिलकर समाज में नफरत फैलाने और देश को कमजोर करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोलकर नाकाम करेंगे। भारत मिलीजुली तहजीब और संस्कृति का नाम है। दुनिया में भारत की पहचान इसी तौर पर है कि ये एक ऐसा देश है जहां पर सभी धर्मों के मानने वाले लोग आपस में मिलजुल कर रहते हैं।

इस संदर्भ में श्रीकृष्ण जन्मभूमि स्थान के मुक्ति की लड़ाई लड़ रहे दिनेश फलाहारी ने दोका सामना को बताया कि हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को खून से पत्र लिखकर बरसाना की होली में मुस्लिम दुकानदारों के दुकान लगाने का विरोध किया है। क्योंकि ये थूक लगा कर हर खाद्य पदार्थ को जूठा कर अपवित्र कर देते हैं। नाम बदल कर लव जिहाद करते हैं।हिन्दू समाज की बच्चियों को टारगेट किया जाता है।हम इस जिहादी हमले को रोकने के लिये मुसलमान दुकानदारों की एंट्री पर रोक की मांग करते हैं।

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