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योगी राज में जननी सुरक्षा योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा …महिलाओं ने एक साल में दिया ५-५ बार बच्चों को जन्म

२० से अधिक जननियों के नाम पर फर्जी प्रसव
सामना संवाददाता / आगरा
आगरा में ‘जननी सुरक्षा योजना’ में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। योगी राज में धांधली और भ्रष्टाचार का ये कमाल है कि कहीं मतदाता सूची में ३७ मतदाताओं का एक पिता दर्ज है और अब ‘जननी सुरक्षा योजना’ में ऐसे फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ है कि २० से अधिक महिलाओं ने एक साल में ५-५ बार बच्चों को जन्म दिया है, ये रिकॉर्ड दर्ज है, जिसका असली मकसद ये है कि शासन-प्रशासन मिलजुल कर इस योजना का पैसा खा सके। ये भाजपा की योजनाओं और फर्जी आंकड़ों का सच है।
बता दें कि जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) घोटाले में फर्जीवाड़े की इंतहा हुई है। एक महिला के ६ महीने में १० बार प्रसव दर्शाकर सरकारी रकम खाते से निकाल ली गई। अधिकारी भी आंखों पर पट्टी बांध लाभार्थियों की संस्तुति करते रहे। ऐसी २० से अधिक महिलाएं हैं, जिनके हर महीने या साल में ३-५ बार प्रसव दर्शाया गया है। शासन की ऑडिट रिपोर्ट में वर्ष २०२१ से २०२४ तक के जेएसवाई और नसबंदी की प्रोत्साहन राशि में करीब ३८.९५ लाख रुपए का फर्जी भुगतान मिला। सबसे ज्यादा फतेहाबाद सीएचसी में १९.६५ लाख रुपए की गड़बड़ी पकड़ी गई है। ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि फतेहाबाद सीएचसी में गीता देवी के ४ फरवरी, २०२३ से २९ अगस्त, २०२३ तक १० बार प्रसव दिखाए गए। खाते में १४ हजार रुपए आए। आरती के २९ अगस्त, २०२२ से २२ नवंबर, २०२२ तक तीन प्रसव दिखाए गए। ४,२०० रुपए खाते में आए। ऐसी ही २० से अधिक महिलाओं के औसतन एक या दो-तीन महीने में फर्जी प्रसव-नसबंदी दिखाई गई। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव का कहना है कि मामले में पांच लोगों पर केस दर्ज किया गया है।

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