सामना संवाददाता / भोपाल
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का असर दूर-दूर तक हो रहा है। २६ लोगों की मौत के बाद पूरा देश शोक मना रहा है। वहीं भोपाल के एक युवक की शादी भी प्रभावित हुई है। वह अपनी पत्नी को लाने कराची जाने वाला था, लेकिन अटारी-वाघा सीमा बंद होने के कारण उसकी इच्छा धरी की धरी रह गई। दरअसल, भोपाल के कोहे-ए-फिजा में रहने वाले हार्डवेयर व्यापारी ओवैज खान अपनी पत्नी हीरा को भारत लाने के लिए ९ मई को कराची जाने वाले थे, लेकिन सीमा पर आवाजाही निलंबित होने के कारण उनका वीजा रद्द हो गया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ओवैज और हीरा ने पिछले साल ९ मार्च को ऑनलाइन शादी की थी। हीरा कराची के लंडी इलाके में रहती हैं। ओवैज ने बताया कि हीरा का ननिहाल भोपाल में था। वह अपने रिश्तेदारों से मिलने यहां आती रहती थीं। मैं उनसे पहली बार २००९ में भोपाल में मिला था और मुझे उनसे प्यार हो गया। हम २०१३ के बाद से नहीं मिले हैं। ओवैज ने कहा कि उन्होंने उसके माता-पिता से उसका हाथ मांगा और वे सहमत हो गए। फिर पुलवामा हुआ, जिससे पारंपरिक निकाह असंभव हो गया। दोनों देशों में आवाजाही पर प्रतिबंध थे। हमारे वीजा आवेदनों को अस्वीकार कर दिया गया। आखिरकार, दोनों परिवारों ने ऑनलाइन निकाह का पैâसला किया। इसके बाद हीरा ने पासपोर्ट में अपने पति का नाम दर्ज कराने के लिए पाकिस्तान सरकार से आवेदन किया।
५ महीने के लिए
मिला था वीजा
ओवैज ने बताया कि इसमें कुछ महीने लग गए। फिर उसने भारत आने के लिए भारतीय दूतावास में वीजा के लिए आवेदन किया। आखिरकार, उसे पांच महीने का वीजा मिल गया। सीमा के इस पार ओवैज ने कराची जाने के लिए पाकिस्तान दूतावास में वीजा के लिए आवेदन किया। करीब दो महीने पहले वीजा मिल गया। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद उन्होंने अटारी-वाघा सीमा के रास्ते अमृतसर और लाहौर के बीच चलने वाली ट्रेन में टिकट बुक कर लिया। उन्होंने बताया कि मुझे ९ मई को अमृतसर से ट्रेन पकड़नी थी।