अमिताभ श्रीवास्तव
खेलों में ट्रांसजेंडरों की भरमार होने लगी है। पुरुष से महिला बनी खिलाड़ियों ने आकर महिला खेलों में आधिपत्य जमाना शुरू कर दिया और इसके खिलाफ आवाजें भी उठनी शुरू हो गई हैं। मगर अब तक जीत नहीं मिल पा रही थी। कल जो हुआ वो हालांकि पूरी तरह से जीत नहीं कहलाएगी मगर अन्य खेलों में ऐसे ट्रांसजेंडरों के खिलाफ मुद्दा मजबूत जरूर करेगा। जी हां, फुटबॉल फेडरेशन के प्रमुखों ने कल महिला फुटबॉल से ट्रांस खिलाड़ियों को रेड कार्ड दे दिया है। यानी अब फुटबॉल में महिला टीम में कोई ट्रांस जेंडर खिलाड़ी नहीं होगा। १ जून से महिलाओं के खेल के सभी स्तरों पर जैविक पुरुषों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। यह एक अच्छा कदम है, मगर इस कदम से आगे बढ़कर अब एफ.ए. प्रमुखों से मांग की जा रही है कि वे जैविक पुरुषों के खिलाफ खेलने के लिए बाध्य महिलाओं के साथ किए गए व्यवहार के लिए माफी मांगें और शिकायत करने पर उन्हें दंडित किया जाए। हालांकि, इस निर्णय से जमीनी स्तर पर पंजीकृत लगभग २० ट्रांस फुटबॉल खिलाड़ी प्रभावित होंगे। ओलिंपिक तैराकी स्टार शेरॉन डेविस इस मामले में पिछले दस सालों से लड़ रही हैं। उन्होंने इस पैâसले पर खुशी व्यक्त की है और कहा कि ट्रांस खिलाड़ियों को खिलाना पागलपन था। मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि अंतत: फुटबॉल में समझदारी आ गई है, लेकिन मैं तब तक चैन से नहीं बैठूंगी जब तक पुरुषों को सभी महिला खेलों से प्रतिबंधित नहीं कर दिया जाता। उन्होंने तो यहां तक कहा कि उन खिलाड़ियों से माफी मांगी जाए जो ट्रांस खिलाड़ियों की वजह से पराजित हुईं।
पैराशूटिस्ट की मौत पर उठा सवाल
दुर्घटना या सुसाइड!
वो एक बेहतरीन स्काईडायविंग की खिलाड़ी थीं और उन्होंने अपने जीवन में करीब ४०० से ज्यादा सफलतापूर्वक छलांगें लगाई थीं। अब ऐसा वैâसे संभव है कि उनका पैराशूट नहीं खुला और वो मारी गईं? जी हां, ३२ वर्षीय पैराशूटिस्ट जेड डामरेल १०,००० फीट से कूदने के बाद पैराशूट न खुलने की वजह से मारी गईं। बताया जा रहा है कि उन्होंने एक सुसाइड नोट छोड़ा है। एकतरफ जहां उनके मित्रों ने उसे महान बताया, वहीं उसके स्काईडायविंग क्लब ने कहा कि यह जानबूझकर किया गया कार्य प्रतीत होता है। क्योंकि जहां से वो कूदी थीं उसके पास के एक खेत मजदूर ५६ वर्षीय निगेल व्रेफोर्ड ने बताया कि मैंने जब देखा और पूछा तो कई लोगों ने बताया है कि वो जानती थीं कि वो क्या कर रही हैं। उसने स्पष्ट रूप से एक सुसाइड नोट छोड़ा था। यदि वाकई ये सुसाइड है तो जेड ने ऐसा क्यों किया, इस बात की जांच चल रही है। जेड के एक दोस्त ने कहा, ‘यह कोई दुर्घटना नहीं थी। दुख की बात है कि हमे लगता है कि वो अपनी जान लेना चाहती थी। उसने अपना पैराशूट न खोलने का निर्णय लिया और वह पीठ के बल जमीन पर गिरी।’ वह एक खुशहाल परिवार की सदस्य थी। ऐसा कोई कारण फिलहाल नजर नहीं आ रहा कि उसने जानबूझकर ऐसा किया। मगर जिस सुसाइड नोट की बात की जा रही है, वह भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है।