-नालियों में बह रहा है कैफे का खाना
-शिकायतों के बाद भी शांत बैठी मनपा
सामना संवाददाता / मुंबई
माटुंगा ईस्ट के रामबाग लेन में स्थित एक रसोईघर से उठ रही तेज बदबू ने आस-पास के निवासियों का जीना मुश्किल कर दिया है। रिपोर्ट की मानें तो रसोई से निकलने वाला गंदा पानी लगातार सड़क पर बह रहा है, जिससे इलाके में गंदगी और घुटन भरी बदबू पैâली हुई है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस किचन की सीवर लाइन मनपा के मुख्य नेटवर्क से जुड़ी नहीं है। खाना बनाने के दौरान निकलने वाला अपशिष्ट पानी पास की वर्षा जल नाली में डाला जा रहा है, जो सिर्फ बारिश के पानी के लिए होती है। इससे न सिर्फ बदबू पैâल रही है, बल्कि गंभीर स्वास्थ्य संकट भी खड़ा हो गया है।
निवासी दिन-रात खिड़कियां बंद रखने को मजबूर हैं। दो साल से लगातार शिकायतों के बावजूद मनपा अब तक स्थाई समाधान नहीं निकाल पाई है। मनपा का कहना है कि नई सीवर लाइन मानसून के बाद ही डाली जाएगी। सवाल उठता है कि जब यह समस्या दो साल पुरानी है तो अब तक इंतजाम क्यों नहीं हुआ?
मनपा अधिकारियों ने माना कि पुरानी सीवर लाइन बंद है और नया कनेक्शन अभी तक पूरा नहीं हुआ है। योजना म्हाडा के माध्यम से पूरी की जानी है, खुदाई शुल्क भी वसूला जा चुका है, फिर भी काम अधूरा पड़ा है। इस बीच मनपा ने किचन शेड को अवैध बताते हुए तोड़ने का नोटिस जारी किया है, लेकिन केवल शेड तोड़ने से बदबू और गंदगी से राहत नहीं मिलेगी। अब बड़ा सवाल यह है कि रसोईघर से पैâलती दुर्गंध और जलजमाव से राहत कब मिलेगी? क्या मनपा कोई ठोस कदम उठाएगी या निवासियों को यूं ही बदबू में जीना पड़ेगा?