-पार्टी की बैठक में शिंदे को पटखनी देने पर हुई चर्चा
सामना संवाददाता / मुंबई
कोकण विभाग के भाजपा पदाधिकारियों की हाल ही में हुई बैठक ठाणे स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित की गई। इस बैठक में आगामी ठाणे मनपा चुनाव को लेकर न केवल विस्तृत चर्चा हुई, बल्कि उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को घेरने और पटखनी देनेवाली रणनीति भी बनाई गई। कुल मिलाकर ठाणे में दिखावे के रूप में छोटे भाई की भूमिका बनाते हुए एक तरह से एकनाथ शिंदे की टेंशन को बढ़ाने का काम भाजपा ने किया है।
ठाणे जिला कार्यालय में हुई बैठक में भाजपा के विधायक, जिला अध्यक्ष आदि उपस्थित थे। इसमें आगामी महानगरपालिका चुनावों को ध्यान में रखते हुए चर्चा हुई।
विशेष बात यह रही कि इस बैठक में यह माना गया कि भाजपा को विपक्षियों से कोई बड़ा खतरा नहीं है। असली लड़ाई अब सहयोगी गुटों से है। बैठक में कहा गया कि ठाणे जिले में भाजपा की ताकत बढ़ी है। आगामी महानगरपालिका चुनाव स्वबल पर लड़ने की बात पर भी जोर दिया गया। एकनाथ शिंदे के गढ़ ठाणे में भाजपा ने झटका देने की रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा है कि इस बैठक में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने अप्रत्यक्ष रूप से कार्यकर्ताओं को स्वबल की तैयारी करने के निर्देश दिए। अगर भाजपा स्वबल का नारा देती है तो शिंदे की पुरानी स्थिति की पुनरावृत्ति करना मुश्किल हो सकता है। वर्ष २०१७ में शिवसेना के एकजुट रहते हुए भी बहुमत लाना आसान नहीं था। अब भाजपा साथ नहीं रही तो शिंदे को सत्ता बनाए रखने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ेगी।
फडणवीस का होगा निर्णय
भाजपा के कार्याध्यक्ष रवींद्र चव्हाण ने स्पष्ट किया कि पार्टी में व्यक्तिगत मत की कोई अहमियत नहीं है। चुनाव स्वबल पर लड़ना है या महायुति के साथ इसका अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लेंगे। उन्होंने जो निर्देश दिए हैं और देंगे, उसी के अनुसार भाजपा काम करती रहेगी।