मुख्यपृष्ठनमस्ते सामनाआउट ऑफ पवेलियन : मैं मशहूर हो जाऊंगी पापा!.. मगर मिली मौत

आउट ऑफ पवेलियन : मैं मशहूर हो जाऊंगी पापा!.. मगर मिली मौत

अमिताभ श्रीवास्तव

कभी ऐसे भी वीडियो गेम प्रचलित हुए थे, जिसे खेलने में बच्चे सुसाइड तक कर लेते थे और इसकी पूरी दुनिया में बहुत चर्चा हुई थी। अब कुछ ऐसा होने लगा है, जिसमें मशहूर होने का लालच देकर मौत के घाट उतार दिया जाता है। जी हां, टिकटॉक पर `डस्टिंग’ चैलेंज एक वायरल मामला है। इसमें भाग लेने के बाद एक युवा लड़की की सनसनीखेज तरीके से मौत हो गई। एरिजोना की १९ वर्षीय रेन्ना ओ’रुरके की एक सप्ताह तक गहन चिकित्सा में रहने के बाद कल रविवार को दुखद मृत्यु हो गई। दरअसल, टिकटॉक पर वायरल है डस्टिंग चुनौती, जिसमें युवा लोग स्प्रे डियोडरेंट, पेंट थिनर या कीबोर्ड क्लीनर जैसे एरोसोल को सांस के माध्यम से अंदर लेते हैं। इस चुनौती को पार करने वाले को पुरस्कार दिया जाता है। ऐसे उत्पाद को ऐप के जरिए घर मंगाना होता है और फिर उपयोग कर बताना होता है। इस घातक चुनौती में भाग लेने के लिए रेन्ना ने एक की बोर्ड क्लीनर का उपयोग किया था। उसे हार्ट अटैक आया और बाद में ब्रेन डेड हो गया। किशोरी के दुखी पिता आरोन ओ’रुरके ने बताया कि उनकी बेटी प्रसिद्धि का सपना देखती थी। उन्होंने बताया, `वह हमेशा कहती थी, `मैं मशहूर हो जाऊंगी, पापा। आप बस देखते रहना। मैं मशहूर हो जाऊंगी’। आरोन और उनकी पत्नी डाना ने सोशल मीडिया चुनौती के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अपनी बेटी की दुखद कहानी साझा की है। उन्होंने बताया हमें पता ही नहीं चला कि बेटी ने क्या मंगाया है और क्यों मंगाया है। ऑनरहेल्थ स्कॉट्सडेल ऑसबोर्न मेडिकल सेंटर के डॉ. रैंडी वीसमैन ने बताया कि एरोसोल को अंदर लेने से उपयोगकर्ता कुछ मिनटों के लिए नशे या उत्साह का अनुभव कर सकते हैं। लेकिन इस तरह के प्रयोग से लीवर फेलियर, हृदयाघात और फेफड़े की बीमारी के अलावा अन्य अपरिवर्तनीय समस्याएं या मृत्यु भी हो सकती है।
सरोगेट मां की यह कैसी धुन?
यह तो जैसे एक नशा हो गया है। सरोगेट नशा। जी हां, ब्रिटेन की एक बूढ़ी महिला सरोगेट मां के रूप में सुर्खियों में है, जबकि उसकी अपनी बेटी ने कहा है, `अब बच्चा मत करो, क्योंकि इससे मौत हो जाएगी। ५८ साल की उम्र है और अब तक १५ बच्चों को वो जन्म दे चुकी है। नाम है कैरोल होर्लोक, जो फिर से गर्भाधान करना चाहती है। लेकिन उसकी अपनी बेटी ने मना करते हुए कहा कि मां स्वार्थी हो गई हैं और वह बहुत बूढ़ी हो गई हैं।’ ३१ वर्षीय मेगन होर्लोक, जो एनएचएस में आपातकालीन कार्यकर्ता के रूप में काम करती हैं, ने खुलासा किया कि उनका अपनी मां कैरोल से झगड़ा हुआ है। हालांकि, वो दुनिया की सबसे सफल सरोगेट मां हैं, मगर अब उसे डर है कि नि:संतान दंपति के लिए दूसरा बच्चा पैदा करने से उनकी मृत्यु हो सकती है। वैâरोल के कुल १५ बच्चे-दो बेटियां, मेगन और उनकी बहन स्टेफनी तथा नौ विभिन्न दंपतियों से १३ बच्चे। हालांकि, कैरोल से पूर्व ब्रिटेन में सबसे बुजुर्ग सरोगेट पैमेला बटलर हैं, जिन्होंने २०१० में ५७ वर्ष की आयु में अपने पोते को जन्म दिया था। कैरोल पर सबसे अधिक बच्चे पैदा करने की धुन सवार है। मगर उसकी बेटी मानती है कि यह एक पागलपन है।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

अन्य समाचार