मुख्यपृष्ठस्तंभप्रोजेक्ट पड़ताल :  डबल डेकर फ्लाईओवर का काम कब होगा पूरा?

प्रोजेक्ट पड़ताल :  डबल डेकर फ्लाईओवर का काम कब होगा पूरा?

-जेवीएलआर व पश्चिमी एक्सप्रेस हाईवे पर भयंकर ट्रैफिक से लोग परेशान

ब्रिजेश पाठक

जोगेश्वरी-विक्रोली लिंक रोड (जेवीएलआर) व पश्चिम एक्सप्रेस हाईवे पर ट्रैफिक जरूरत से ज्यादा होती है इसलिए यहां प्रतिदिन चालकों को घंटों जाम का सामना करना पड़ता है। सुबह व शाम यानी पीक टाइम में जेवीएलआर पर विक्रोली पहुंचने के लिए दो से तीन घंटे लग जाते हैं, वहीं पश्चिम एक्सप्रेस हाईवे पर दहिसर से अंधेरी का सफर जो मुश्किल से ३०-४० मिनट में पूरा होना चाहिए, डेढ़ से दो घंटे लगते हैं।
मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) मुंबई इन मिनट्स पहल के अंतर्गत मेट्रो लाइन-६ के साथ आगामी डबलडेकर फ्लाईओवर का निर्माण कर रहा है। मनपा द्वारा इस परियोजना को एमएमआरडीए को सौंपे जाने के कुछ महीनों बाद इसे चरणबद्ध तरीके से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इस प्रोजेक्ट के तैयार होने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि जेवीएलआर व पश्चिम एक्सप्रेस हाईवे पर ट्रैफिक को कम किया जा सकेगा। जानकारी के मुताबिक, यह परियोजना स्वामी समर्थ नगर (अंधेरी) से लेकर विक्रोली (ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे) तक पैâली हुई है, जिसका उद्देश्य पूर्व–पश्चिम कनेक्टिविटी में सुधार करना और मुंबई के सबसे व्यस्त मार्गों पर ट्रैफिक को कम करना है। यह ५.०८ किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर, न्यू लिंक रोड पर इनफिनिटी मॉल के पास से शुरू होकर जेवीएलआर पर पूनम नगर तक जाएगा।
चरण-१: इनफिनिटी मॉल, अंधेरी (पश्चिम) से जीवीएलआर चौराहा तक (लगभग २.४ किमी, जिसमें मनपा द्वारा पहले से निर्मित ०.९३ किमी शामिल है) इस चरण का लक्ष्य दिसंबर २०२५ तक पूरा करना है।
चरण-२: पश्चिम एक्सप्रेस हाईवे और मेट्रो लाइन ७ के ऊपर १२० मीटर के केबल स्टेड ब्रिज का निर्माण–रात के समय काम एवं मेट्रो लाइन-७ के पावर ब्लॉकिंग की जरूरत के कारण, यह चरण जून २०२६ तक पूर्ण होने की उम्मीद है। एमएमआरडीए की मानें तो यह फ्लाईओवर अंधेरी और पवई के बीच बिना सिग्नल सीधे संपर्क प्रदान करेगा, जो एक महत्वपूर्ण पूर्व–पश्चिम मार्ग के रूप में कार्य करेगा। यह जेवीएलआर और पश्चिम एक्सप्रेस हाईवे पर भीड़ को कम करेगा और यात्रा का समय घटाएगा तथा र्इंधन की खपत को कम करेगा।
धीमा चल रहा है निर्माण कार्य
एमएमआरडीए के एक अधिकारी के मुताबिक, जेवीएलआर पर भारी यातायात के कारण काम के समय सीमित हैं और निर्माण के दौरान आवाजाही जारी रखने की आवश्यकता है। भीरा देसाई चौराहा (जोगेश्वरी वेस्ट) और प्रताप नगर (जोगेश्वरी ईस्ट) पर अतिक्रमण तथा भूमिगत अज्ञात उपयोगिताओं का विचलन एवं प्रबंधन आदि अन्य मुख्य चुनौतियां हैं। वहीं विशेषज्ञों का मानना है कि २०२६ की डेडलाइन मिस हो सकती है, क्योंकि प्रोजेक्ट निर्माण कार्य धीमा चल रहा है। यात्रियों की सुविधा को जल्द से जल्द सुनिश्चित करने के लिए एमएमआरडीए ने चरणबद्ध उद्घाटन की योजना तैयार की है।

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