सामना संवाददाता / मुंबई
उप मुख्यमंत्री अजीत पवार कल पुणे के दौरे पर थे। अजीत पवार जब एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, उसी दौरान प्रहार के कुछ कार्यकर्ताओं ने किसानों की कर्जमाफी के मुद्दे पर बड़ा हंगामा किया। इस दौरान प्रहार के कुछ कार्यकर्ताओं ने अजीत पवार के कार्यक्रम में नारेबाजी की और मांग की कि राज्य सरकार किसानों की कर्जमाफी समेत पूर्व विधायक बच्चू कडू की मांगों को स्वीकार करे। इस वजह से कार्यक्रम में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई।
कार्यक्रम में आखिर हुआ क्या था?
जब उप मुख्यमंत्री अजीत पवार पुणे में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान प्रहार के कुछ कार्यकर्ताओं ने अचानक किसानों की कर्जमाफी और बच्चू कडू की राज्य सरकार से की गई १७ मांगों को लेकर नारे लगाए। उन्होंने बच्चू कडू के आंदोलन के समर्थन में भी नारे लगाए और अजीत पवार के कार्यक्रम को बंद कराने की कोशिश की। हालांकि बाद में पुलिस ने नारे लगा रहे कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। इस बीच, जब प्रहार संगठन के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम को बाधित करने की कोशिश की, तो अजीत पवार ने बच्चू कडू की मांगों के संबंध में राज्य सरकार द्वारा अपनाए गए रुख के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
बच्चू कडू ने क्या कहा?
कर्जमाफी के संबंध में जल्द ही निर्णय लिया जाना चाहिए था। सरकार ने हमें बताया कि हम एक उच्च स्तरीय समिति नियुक्त करेंगे। उस समिति की रिपोर्ट मिलने के बाद कर्जमाफी पर निर्णय लेंगे। सरकार इस पर किस तारीख को निर्णय लेगी? सरकार यह नहीं बता रही है कि इसमें कितने दिन लगेंगे। इसलिए हम सभी प्रहार के कार्यकर्ता भूख हड़ताल पर हैं।