सुनील ओसवाल / मुंबई
मालवण में राजकोट किले पर नवनिर्मित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के चबूतरे में गड्ढा होने की चौंकानेवाली घटना सामने आई है। प्रतिमा की बार्इं ओर एक बड़ा गड्ढा बन गया है। वहां जमीन काफी नीचे धंस गई है। इससे पता चला है कि चबूतरे के आसपास का निर्माण घटिया गुणवत्ता का है, जो सरकार द्वारा किए गए दावों की पोल खोलता है। इस संबंध में एक वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, महाराज की प्रतिमा के गिरने का कोई खतरा नहीं है, बल्कि केवल बगल में गड्ढा बन गया है। इस घटना के बाद यह चर्चा भी शुरू हो गई है कि चबूतरे के आसपास का काम घटिया गुणवत्ता का हुआ है या नहीं।
बता दें कि मालवण में राजकोट किले पर स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज की ४० फुट ऊंची प्रतिमा २६ अगस्त २०२४ को घटिया निर्माण के कारण ढह गई थी। इस घटना के बाद बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया था। इसके बाद महायुति सरकार ने बड़े ही धूमधाम से मूल स्थल पर नई भव्य प्रतिमा स्थापित की। तलवार सहित प्रतिमा की कुल ऊंचाई ८३ फुट है और चबूतरे की ऊंचाई १० फुट है।
इस नई प्रतिमा का अनावरण मई में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया था। हालांकि, महज एक महीने में ही प्रतिमा के पास जमीन धंसने की घटना सामने आई है।
निर्माण की गुणवत्ता पर उठे सवाल
चबूतरे के किनारे एक बड़ा गड्ढा दिखाई दे रहा है और इस संबंध में सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन ने बड़ी हड़बड़ी शुरू कर दी है। हालांकि, राजकोट किले में स्थापित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के चबूतरे से सटी जमीन धंस गई है, लेकिन प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि प्रतिमा पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल प्रतिमा को कोई खतरा नहीं है। इस प्रतिमा के आधार के पास की भूमि के धंसने से एक बार फिर प्रशासन और निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठ खड़े हुए हैं।