मुख्यपृष्ठनए समाचारमहातबाही टली!..इजरायली हमले ने तोड़ी ईरान के परमाणु कार्यक्रम की कमर

महातबाही टली!..इजरायली हमले ने तोड़ी ईरान के परमाणु कार्यक्रम की कमर

-१५,००० सेंट्रीफ्यूज हुए बर्बाद

-भारी तबाही के बन सकते थे कारण

-यूएन परमाणु निगरानी एजेंसी ने की पुष्टि

एजेंसी / वॉशिंगटन

इजरायली हमले ने ईरान के एटम बम बनाने के सपने को बहुत बड़ा झटका दिया है। इससे दुनिया पर आनेवाली एक महातबाही फिलहाल टल गई है। असल में इजरायली हमले ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम की कमर तोड़ दी है। इजरायल के हवाई हमले में ईरान की सबसे बड़ी परमाणु सुविधा नतांज में लगभग १५,००० सेंट्रीफ्यूज बर्बाद हो गए हैं। यूएन की अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा निगरानी एजेंसी के प्रमुख ने इसकी पुष्टि की है। एजेंसी चीफ राफेल ग्रॉसी ने बताया कि यह बहुत संभव है कि नतांज परमाणु प्लांट में संचालित १५,००० सेंट्रीफ्यूज इजरायली हमले में बिजली कटौती के कारण बुरी तरह क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए।
सबसे बड़ा रिएक्टर
नतांज परमाणु सुविधा ईरान का सबसे बड़ा यूरेनियम संवर्धन संयंत्र है। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी और इसके महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने पहले कहा था कि बिजली सप्लाई पर इजरायल के हवाई हमले के परिणामस्वरूप नतांज में जमीन के अंदर गहरे मौजूद सेंट्रीफ्यूज को नुकसान पहंच सकता है। भले ही संयंत्र को रखने वाले हॉल को कोई नुकसान न हुआ हो। ग्रॉसी ने कहा, ‘हमारा आकलन है कि बाहरी बिजली के अचानक चले जाने से बहुत संभावना है कि सेंट्रीफ्यूज पूरी तरह से नष्ट नहीं तो गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए होंगे।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि अंदर भारी नुकसान हुआ है।’
क्या है सेंट्रीफ्यूज?
सेंट्रीफ्यूज बहुत नाजुक और संतुलित मशीन होती है, जो अत्यंत तेज गति से घूमती है। अचानक बिजली जाने से इसके लिए खतरा पैदा हो जाता है। इसके पहले सोमवार को ग्रॉसी ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा निगरानी बोर्ड को बताया कि नतांज सुविधा के भीतर रेडियोलॉजिकल और रासायनिक दोनों तरह के खतरे की संभावना थी। उन्होंने कहा कि अगर यूरेनियम को सांस के जरिए अंदर चला जाए या निगल लिया जाए तो नुकसान हो सकता है, इसके चलते होने वाले रेडिएशन से गंभीर खतरा है।

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