-सर्वोच्च न्यायलय के न्यायमूर्ति के हाथों हुआ उद्घाटन
-अवैध पोस्टर-बैनर पर नाराज हुए न्यायमूर्ति…कहा-न्ययालय के आदेश का हो पालन…मनपा की है यह जिम्मेदारी
अमर झा / भायंदर
लोगों के लंबे इंतजार के बाद वह दिन भी आ गया, जो मीरा-भायंदर के रहवासियों को आखिरकार स्वतंत्र न्यायालय भवन मिल गया। अब यहां के लोगों को छोटे-मोटे मामलों के लिए ठाणे कोर्ट जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। 8 मार्च शनिवार को महिला दिवस के अवसर को न्ययालय का उद्घाटन सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति के हाथों संपन्न हुआ। मीरा-भायंदर को स्वतंत्र न्ययालय मिलने पर न्यायधीश ने बधाई दी, वहीं न्यायालय के लिए लगाए गए अवैध पोस्टर-बैनर पर कड़ी आपत्ति जताई।
ज्ञात हो कि मीरा-भायंदर में पिछले 11 बर्षों से न्यायालय भवन का निर्माण हो रहा था।2013 से शुरू हुए निर्माण कार्य दो वर्ष पूर्व ही पूरा हो गया था, लेकिन किसी न किसी कारण से न्यायालय का उद्घाटन नहीं हो रहा था। अंततः 11 बर्षों बाद शनिवार 8 मार्च को न्यायालय भवन का उद्घाटन सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली के न्यायमूर्ति अभय ओक के हाथों संपन्न हुआ। न्यायमूर्ति ओक ने उद्घाटन के अवसर पर कहा कि नए स्वतंत्र न्यायालय बनने के लिए आप सभी को शुभकामना देता हूं, इस न्यायालय में सभी अधिवक्ताओं को आपसी सामंजस्य बनाकर जनता के लिए न्याय दिलाने हेतु कार्य करने चाहिए। न्यायालय परिसर में साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाना चाहिए।
जबकि दूसरी तरफ शहर में लगे अवैध बैनर-पोस्टर पर नाराजगी दिखाते हुए ओक ने कहा कि मैंने देखा कि शहर में बने नए न्यायालय भवन के उद्घाटन की खुशी में बैनर-पोस्टर लगे हैं। मुझे भी खुशी हुई, लेकिन दुख इस बात की है कि न्यायालय के उद्घाटन में अवैध बैनर- पोस्टर लगे हैं। मुंबई उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार, मनपा द्वारा बैनर-पोस्टर लगाने की अनुमति देने पर बैनर-पोस्टर पर परवाना क्रमांक अंकित होना चाहिए, अगर क्रमांक अंकित नहीं है तो उस पर मनपा को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। यहां मैंने देखा कि किसी भी बैनर-पोस्टर पर परवाना क्रमांक अंकित नहीं है।
न्यायालय भवन के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर उप मुख्यमंत्री शिंदे, मुंबई हाई कोर्ट के मुख्य न्यायमूर्ति आलोक आराधे, न्यायमूर्ति गिरीश कुलकर्णी, मुंबई हाई कोर्ट न्यायमूर्ति गौरी गोडसे, मुंबई हई कोर्ट एवं निवास अग्रवाल, प्रमुख जिला सत्र न्यायाधीश ठाणे, मंत्री प्रताप सरनाईक, विधायक नरेंद्र मेहता, पुलिस आयुक्त मधुकर पांडे, पूर्व विधायक गीता जैन, मीरा-भायंदर एडवोकेट बार एशोसिएशन के अध्यक्ष डी जी नाइक, एडवोकेट वेलफर एशोसिएशन मीरा-भायंदर के अध्यक्ष एच आर शर्मा सहित हजारों की संख्या में अधिवक्ता एवं आम नागरिक उपस्थित थे।
मीरा-भायंदर न्ययालय में प्रथम न्यायधीश के रूप में एस एस जाधव की नियुक्ति (दीवानी न्यायधीश कनिस्ट स्तर न्यायदण्डाधिकारी प्रथम वर्ग) के रूप में की गई है। मंच का संचालन एड. आदेश पाटील ने किया।