प्रशासन की मनमानी पर उठे सवाल
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के माटुंगा फूल बाजार में मनपा की कार्रवाई को लेकर स्थानीय विक्रेताओं में जबरदस्त नाराजगी है। दुकानदारों का आरोप है कि लाइसेंस होने के बावजूद उनकी दुकानों पर बुलडोजर चला दिया गया। बिना किसी पूर्व सूचना के की गई इस कार्रवाई में लाखों का नुकसान हुआ है।
फूल विक्रेताओं के मुताबिक, उनकी दुकानें ५०-६० साल पुरानी हैं और उन्हें मनपा से कवर लगाने की अनुमति भी मिली हुई थी। इसके बावजूद गुरुवार और शुक्रवार को मनपा ने बिना नोटिस दिए उनकी दुकानों को तोड़ दिया। कई दुकानदारों ने आरोप लगाया कि उन्हें अपना सामान तक निकालने का भी मौका नहीं दिया गया, जिससे उनके हजारों रुपए के फूल बर्बाद हो गए।
मनपा ने दी सफाई,
लेकिन सवाल बरकरार
मनपा अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई अवैध विस्तार और अतिक्रमण हटाने के लिए की गई। उनके मुताबिक, गुरुवार को ५२ और शुक्रवार को ३० दुकानें तोड़ी गर्इं, जिनमें से १४ पूरी तरह सार्वजनिक स्थान पर बनी थीं। सवाल यह उठता है कि यदि दुकानदारों के पास वैध लाइसेंस था तो उन्हें सुनवाई का मौका क्यों नहीं दिया गया।
मनपा के खिलाफ बढ़ा विरोध
इस कार्रवाई के विरोध में स्थानीय विधायक के साथ फूल विक्रेताओं ने मनपा कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला। उन्होंने मनमानी कार्रवाई करने वाले अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि यदि जल्द समाधान नहीं निकला तो वे कानूनी रास्ता अपनाएंगे।