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म्हाडा कॉलोनियों की बुरी दशा : जिम्मेदारियों से दूर मनपा! …बुनियादी सुविधाओं के अभाव में जी रहे रहिवासी

दूषित पानी, गंदगी से बढ़ रही बीमारियां

अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई
महानगर मुंबई एक ऐसा शहर है, जहां लोगों को अपने सपनों का घर खरीदना आसान नहीं होता। लेकिन म्हाडा उन सपनों को साकार करती है। म्हाडा कॉलोनियों में कम पैसे में लोगों को घर मुहैया कराया जाता है। पर उन बिल्डिंगों की देखभाल का जिम्मा बीएमसी की होती है, लेकिन गोवंडी स्थित म्हाडा कॉलोनी की हालत खराब दिखाई दे रही है। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बीएमसी अपने काम को भूल गई है। कॉलोनी में गंदगी ने लोगों को परेशान कर दिया है। कचरा साफ करने के लिए पर्याप्त कर्मचारी नहीं पहुंच रहे हैं। साथ ही जो पानी उन्हें सप्लाई किया जा रहा है वह भी खराब है। लोगों का कहना है कि दूषित पानी पीकर लोग बीमार पड़ रहे हैं। इस संबंध में म्हाडा और बीएमसी को कई पत्र भी भेजे गए हैं, लेकिन किसी भी पत्र का जवाब नहीं दिया गया है। बता दें कि इस कॉलोनी में कुल ३३ बिल्डिंग और लगभग ३,०३६ परिवार रहते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि अक्टूबर २०२३ तक लोगों को ऐसी कोई भी समस्या नहीं थी, लेकिन उसके बाद से लोग हर दिन सामान्य परेशानियों से जूझ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि इस इलाके में टीबी के मरीज काफी ज्यादा हैं और इन सब परेशानियों की वजह से यह बीमारी और भी बढ़ सकती है।
दस्तक बस्ती में भी स्कैम
सूत्रों ने बताया कि दस्तक बस्ती में कम कर्मचारियों को नियुक्त किया जाता है, लेकिन प्राधिकरण से पूरे पैसे वसूले जाते हैं। कम कर्मचारी होने की वजह से काम ठीक से नहीं हो पाता है और मौजूदा कर्मचारियों पर काम का जिम्मा बढ़ जाता है। म्हाडा कॉलोनी में भी यही स्वैâम चल रहा है।

मेरे घर में आने वाला पानी, पीला आता है। सोसाइटी में कचरे की स्थिति बेहद खराब है। बीएमसी वाले आते तो हैं, पर उनके लोग पर्याप्त नहीं होते। पूरा कचरा ले जाने को लेकर हम अक्टूबर से ही काफी परेशान हैं।
-प्राजक्ता हसनले, रहिवासी
हमें कई प्रॉब्लम हो रही है। अक्टूबर से पानी की समस्या शुरू हो गई है। यहां तक कि सोसाइटी में साफ- सफाई भी नहीं की जा रही है। बदबू भी आनी शुरू हो गई है।
– लक्ष्मण, एकवीरा बिल्डिंग, अध्यक्ष
हमारी तरफ से पानी का सप्लाई पहले की तरह किया जा रहा है। बीच में समस्या हुई थी। पाइपलाइन फूटी भी थी, उस वक्त पानी धीमी गति से जाता होगा, लेकिन अब तो सही ढंग से सप्लाई किया जा रहा है।
-बीएमसी अधिकारी, पानी डिपार्टमेंट

मैंने स्वयं कितने कंप्लेन किए हैं। म्हाडा और बीएमसी को पत्र भी भेजे हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं किया गया है। दोनों ही एक-दूसरे पर दोष लगा रहे हैं। बीच में थोड़ा साफ- सफाई की गई थी, लेकिन अभी तो स्थिति खराब ही है।
– सैयद शाहनवाज, समाजसेवक

 

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