रामदिनेश यादव / मुंबई
राज्य में महायुति सरकार का नेतृत्व भले भाजपा कर रही है, लेकिन भाजपा नेताओं के बीच रह-रहकर टशन देखने को मिलती है। ऐसे ही दो नेताओं के बीच झगड़े में ‘यशवंत’ बैंक में १४० करोड़ रुपए के घोटाले का मामला उजागर हुआ है। भाजपा नेता व राज्य सहकार परिषद के पूर्व अध्यक्ष शेखर चरेगावकर की अध्यक्षता में कराड के यशवंत बैंक में यह प्रâॉड हुआ है। भाजपा सांसद मेधा कुलकर्णी ने यह मुद्दा उठाया है। मेधा कुलकर्णी ने शेखर चरेगावकर पर घोटाले का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई करने के साथ ही पूरी संपत्ति जब्त करने की मांग की है।
दरअसल, मेधा कुलकर्णी पुणे की पुरानी नेता हैं, और चरेगावकर भी अपनी राजनीति के लिए जाने जाते हैं। दोनों के बीच पुराना टशन है। सूत्र बताते हैं कि चुनाव में चरेगावकर ने मेधा के खिलाफ काम किया था, जिस वजह से उन्हें काफी नुकसान हुआ था। अब मौका मिलते ही मेधा ने उन्हें झटका दिया है।
भाजपा नेता ने किया बैंक घोटाला!
कराड यशवंत बैंक में १४० करोड़ रुपए के घोटाले का पता चला है। यह खुलासा सांसद मेधा कुलकर्णी ने कल कराड में किया है। वे वहां बैंक के जमाकर्ताओं और कर्जदारों की समस्याएं सुन रही थीं।
सांसद मेधा कुलकर्णी ने यशवंत सहकारी बैंक में १४० करोड़ रुपए के घोटाले को लेकर आक्रामक भूमिका अपनाई है। मेधा कुलकर्णी ने कहा कि जब तक जमाकर्ताओं को न्याय नहीं मिलता, वे संघर्ष करती रहेंगी। मेधा कुलकर्णी ने बताया कि इस मामले में उन्होंने केंद्रीय सहकार मंत्री अमित शाह से भेंट की है और सीबीआई जांच की मांग की है, जिस पर शाह ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। साथ ही, वे सीबीआई जांच की मांग के प्रति भी सकारात्मक हैं। इस पर शेखर चरेगावकर ने अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन अमित शाह से हुई शिकायतों के चलते चरेगावकर एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं।