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विधानसभा जीतनी है तो भ्रष्टाचार से दूर रहें भाजपा के मंत्री!…आरएसएस ने सिखाया सबक

सामना संवाददाता / मुंबई
आरएसएस ने महायुति सरकार पर तबादलों में भ्रष्टाचार के आरोप पर नाराजगी जताई है। संघ ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा है कि तबादलों से महायुति सरकार की छवि खराब हो रही है। साथ ही यह भी सलाह दी है कि भाजपा के मंत्रियों को तबादलों में भ्रष्टाचार से दूर रहना चाहिए। आरएसएस ने कहा है कि अगर विधानसभा चुनाव जीतना है तो संघ और भाजपा के बीच समन्वय जरूरी है। इससे साफ हो गया है कि संघ और भाजपा के बीच तालमेल सही नहीं है। इसी के साथ इसका सीधा लाभ महाविकास आघाड़ी को होगा।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा की प्रगति पुस्तिका पर मतदाताओं ने असंतोषजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद से भाजपा की ओर से भी आत्ममंथन और मंथन जारी है। अहम बात यह है कि इस बीच भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बीच मतभेद की भी बातें सामने आई थीं। अब संभावना है कि दिवाली के बाद विधानसभा चुनाव होंगे इसलिए भाजपा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। हालांकि, जिस तरह से आरएसएस भाजपा को आईना दिखाने का काम कर रहा है, उससे साफ हो गया है कि दोनों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। एक तरफ भाजपा से जनता पहले से ही नाराज है। इसी में संघ भी भाजपा को सलाह दे रही है। ऐसे में अनुमान लगाया गया है कि इसका खामियाजा भाजपा को विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।
संघ की ये है सलाह
विधानसभा चुनाव जीतना है तो संघ और भाजपा के बीच समन्वय जरूरी है। विदर्भ संघ और भाजपा के बीच समन्वय होना चाहिए। संघ ने यह रुख अपनाया है कि भाजपा में मराठा, ओबीसी, दलित समुदाय के नेताओं को जिम्मेदारी दी जानी चाहिए और उसके अनुसार योजना बनाई जानी चाहिए।

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