बुद्ध हमारे युद्ध तुम्हारा
दोनों स्थिति में हम खरा,
शांति चाहोगे हम बुद्ध बनेंगे
युद्ध चाहोगे तो कृष्ण बनेंगे,
युद्ध रचना तेरा स्वभाव
देंगे नहीं रणक्षेत्र भाव,
शिवाजी महाराज महाराणा प्रताप
गुरु गोविंद सिंह मानेकशॉ का प्रभाव,
रण में हम रूकते नहीं झुकते नहीं
स्थिति चाहे कितनी भी हो विकट ,
हर क्षेत्र हर युद्ध में परचम लहराया
साथ विश्व बंधुत्व हमें है भाया,
राम कृष्ण की यह पावन भूमि
शत्रु विजय की यह रणभूमि,
प्रतिउत्तर देंगे चारों प्रहर
अखण्ड भारत ओर अग्रसर।
नरेन्द्र कुमार
बचरी (तापा),
अखगाॅंव, संदेश,
भोजपुर (आरा), बिहार -80216