मुख्यपृष्ठटॉप समाचारनिविदा निकलने तक ही १६,५७० करोड़ रुपए महंगी हो गई सड़कें! ...ईडी सरकार...

निविदा निकलने तक ही १६,५७० करोड़ रुपए महंगी हो गई सड़कें! …ईडी सरकार के ‘विकास’ मॉडल का पर्दाफाश

८ महीनों में ही एमएसआरडीसी ने ३०% तक बढ़ा दी परियोजना लागत

सामना संवाददाता / मुंबई
मोदी सरकार के राज में महंगाई बेतहाशा बढ़ी है इसमें कोई शक नहीं है। मगर राज्य में सड़क बनानेवाली सरकारी कंपनी एमएसआरडीसी से जुड़े ठेकेदारों ने तो हद ही कर दी है। एमएसआरडीसी ने राज्य में कई प्रमुख सड़कों के टेंडर निकाले हैं मगर आश्चर्य की बात यह है कि टेंडर निकलते ही ये सड़कें १६,५७० करोड़ रुपए तक महंगी हो चुकी हैं। खास बात यह है कि करीब ३० प्रतिशत रकम गत ८ महीने में ही बढ़ी है।

ईडी सरकार के विकास मॉडल का पर्दाफाश
टेंडर आते ही बढ़ जाती है
परियोजनाओं की लागत!

विकास के नाम पर ईडी सरकार ने कई परियोजनाएं बनाई हैं। पर अब ईडी सरकार के इस ‘विकास’ मॉडल का पर्दाफाश हो गया है। दरअसल, टेंडर आते ही सरकार द्वारा बनाई गई इन परियोजनाओं की लागत काफी ज्यादा बढ़ जा रही हैं। मिली जानकारी के अनुसार, अभी तक इन विकास परियोजनाओं की लागत कई हजार करोड़ रुपए बढ़ चुकी है। इनमें विरार-अलीबाग मल्टी मॉडल कॉरिडोर परियोजना की निर्माण लागत २०,००० करोड़ रुपए से बढ़कर २६,२९९ करोड़ रुपए हो गई है। वजह कुछ और नहीं बल्कि ठेकेदारों ने राजमार्ग कार्य के लिए ३१ प्रतिशत से अधिक की दर से बोली लगाई है। पुणे रिंग रोड परियोजना की लागत भी १६,६१८ करोड़ रुपए से बढ़कर २२,७९५ करोड़ रुपए हो गई है क्योंकि ठेकेदारों ने ३७ प्रतिशत की ऊंची दर पर बोली लगाई है। वहीं जालना-नांदेड़ हाईवे के लिए भी ३६ फीसदी अधिक बोली के कारण परियोजना की लागत ११,४४२ करोड़ रुपए से १५,५५४ करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। इससे तीनों परियोजनाओं की संयुक्त लागत १६,५७७ करोड़ रुपए बढ़ जाएगी।
एमएसआरडीसी ने हाल ही में विरार-अलीबाग मल्टी मॉडल कॉरिडोर, पुणे रिंग रोड, जालना- नांदेड़ परियोजनाओं के लिए टेंडर ओपन किया है। इसमें से विरार-अलीबाग मल्टी मॉडल कॉरिडोर मार्ग ९६.५ किमी. लंबे हाईवे के ११ पैकेज के काम के लिए २९ टेंडर जारी किए गए थे। उन टेंडरों में मेघा इंजीनियरिंग से एक, नवयुग कंपनी से एक, वेलस्पन कंपनी से एक, ओरिएंटल, एलएंडटी, इरकॉन से एक-एक टेंडर मिला। जे कुमार की कंपनी द्वारा दो-दो पैकेजों के लिए निविदाएं जमा की गईं, जबकि पुणे रिंग रोड परियोजना के १३६ किलोमीटर राजमार्ग के ९ पैकेजों के लिए २६ टेंडर प्राप्त हुए। इनमें मेघा इंजीनियरिंग और नवयुग इंजीनियरिंग कंपनी ने तीन-तीन पैकेज के काम के लिए टेंडर हासिल किया है। वहीं, इस हाइवे के काम के लिए पीएनसी इंप्रâा, रोडवे और जीआर इंप्रâा कंपनियों ने एक-एक पैकेज के काम के लिए न्यूनतम टेंडर जमा किया है।

छह चरणों में काम के लिए २३ टेंडर
जालना-नांदेड़ प्रोजेक्ट १९० किमी है। इस लंबे राजमार्ग के छह चरणों में काम के लिए २३ टेंडर प्राप्त हुए। तदनुसार, एप्को और मोंटेकार्ले को दो-दो पैकेज मिलेंगे, जबकि पीएनसी इंफ्रा और रोडवे सॉल्यूशंस को एक-एक पैकेज मिलेगा। वर्ष २०२२-२०२३ की मूल्य सूची के अनुसार निविदाएं आमंत्रित की गई थीं। टेंडर दरें न्यूनतम रखी गर्इं। अब ठेकेदारों को दायर की गई निविदा दरों के संबंध में विस्तृत विवरण प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है।

समृद्धि महामार्ग के अंतिम चरण की लागत भी ४३ फीसदी बढ़ी
समृद्धि राजमार्ग के विस्तार के लिए एमएसआरडीसी द्वारा नागपुर-गोंदिया के लिए ४३ फीसदी अधिक दर पर टेंडर जारी किया गया। अधिकारियों ने बताया कि ठेकेदारों ने नागपुर-गोंदिया राजमार्ग के लिए ४३ प्रतिशत अधिक दर पर टेंडर जमा किए हैं, जबकि नागपुर-चंद्रपुर राजमार्ग के लिए २७ प्रतिशत अधिक दर पर टेंडर दाखिल किया गया है।

अन्य समाचार