मुंबई। महाराष्ट्र में लगातार बारिश हो रही है। यह बारिश कई बीमारियों को भी न्योता दे रही है। इसमें सबसे बड़ी मुसीबत चिकनगुनिया और जीका बन रहा है। प्रदेश में चिकनगुनिया के मामले तीन गुना बढ़ गए हैं, जबकि पुणे में जीका जटिल बनता जा रहा है। ये दोनों ही बीमारियां विभाग की नाक में दम कर रही हैं। इस बीच स्वास्थ्य विभाग ने मौसमी बीमारियों से सावधान रहने की सलाह दी है। राज्य में पिछले साल की तुलना में चिकनगुनिया के मामले बढ़ रहे हैं। राज्य में चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या पिछले साल की तुलना में तीन गुना बढ़ गई हैं। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी से जुलाई के बीच महाराष्ट्र में चिकनगुनिया के १,०७५ मामले सामने आए हैं। इनमें से ८० फीसदी मरीज पिछले दो से ढाई महीने में सामने आए हैं। इस दौरान चिकनगुनिया से एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। साल २०२३ में इसी अवधि के दौरान राज्य में चिकनगुनिया के ३६३ मामले सामने आए थे। दूसरी तरफ राज्य में पिछले साल जहां जीका के ६९ मरीज मिले थे, वहीं इस साल यह संख्या ६३ पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग त्वरित बुखार सर्वेक्षण, जागरूकता और रोगियों का इलाज कर रहा है। मच्छरों के प्रजनन स्थलों की खोज की जा रही है। इसके साथ ही कृमिनाशक और गप्पी मछलियां छोड़ रहा है।