मुख्यपृष्ठनमस्ते सामना

नमस्ते सामना

पिता

पिता होता है साया कुटुंब का, सुख का स्रोत, भरोसे की धूप, दरख्त से वे छांव बन जाते, जिसमें खिलता हर एक रूप। तन-मन सब कुछ अर्पित करके, गढ़ते हैं...

विमान हादसा!

जीवन के अंतिम सांस जहां लेने हैं वह स्थान आपके पास नहीं आता आप स्वयं चलकर पहुंचते जिसे लिख गया विधाता। स्थान, समय और साथ जब मिल होते पास-पास तभी...

काश ऐसा होता

अपनी मुट्ठी में आसमां भर लाऊं जो तारों से मेरी जिंदगी को जगमगाहट दे दे जो चांद से मेरी जिंदगी को रौशन कर दे जो मेरी पलकों में...

लज्जित कर रही बेटियां!

भूल गई बेटियां क्या, यह भारत की धरती है यहीं मां सिया, सावित्री, शकुंतला जन्मी हैं। प्रजा की शंका पर मां सिया धरती में समाई हैं गंधर्व विवाह...

क्या यही रिश्तों का सार है…?

टूट रही हैं आशाएं, मिट रहा है विश्वास पीठ में खंजर घोंप रहे हैं अपने, क्या यही रिश्तों का सार है…? सात वचन के वह फेरे, सात दिन भी...

कभी न भूलने वाला दर्द दे गया काली उड़ान

आज का दिन इतिहास में एक काला अध्याय बन गया, जब 240 यात्री और 50 होनहार छात्र एक साथ, सपनों के संग, आकस्मिक रूप से काल के...

रिश्तों का एटीएम: जब प्यार केवल ट्रांजैक्शन बन जाए

रिश्ते अब महज़ ज़रूरतों के एटीएम बनते जा रहे हैं। डिजिटल दुनिया ने संवाद को ‘रीचार्ज पैकेज’ और मुलाक़ातों को ‘होम-डिलीवरी’ में बदल दिया...

टीएमयू मेडिकल के न्यू पीजी स्टुडेंट्स को समझाए एथिक्स

-तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज एंड रिसर्च सेंटर में एमडी और एमएस 2024-25 बैच के फर्स्ट ईयर जूनियर डॉक्टर्स के ओरिएंटेशन प्रोग्राम का...

नगर की डगर

हथकड़ी लिए खड़ी थी दहलीज पर गुमनाम गलियों का इशारा कर रही थी दिल की दुकान बंद कर दी थी दिमाग ने दरवाजा खटखटाया जाना था किसी और...

प्रेम और समर्पण

प्रेम तर्पण नहीं समर्पण है प्रेम भाव नहीं भक्ति है प्रेम पूजा नहीं आराधना है प्रेम ईश्वर नहीं सखा है प्रेम गीत नहीं मीत है प्रेम अगन नहीं लगन...

शरणार्थी

जहां जमीं पर अंधेरे अधिक होते हैं वहीं आसमां के तारे अधिक चमकते हैं। जो पास है मेरे उसे नहीं जो खो गया उसे संभालना चाहता हूं। जिस...

कलंक

तुम स्त्री जाति पर एक कलंक हो तुम स्त्री के गौरव, प्रेम, त्याग पर प्रश्न चिह्न हो पत्नियां तो पति के प्राण, यमराज से भी छीन...

स्त्रियां

वे सिर्फ स्त्रियां हैं नहीं वे जीवन की चकबेनियां वे जब चलती हैं तो गढ़ती हैं एक परिवार, एक समाज और एक परिवेश वे समर्पित और संघर्षशील हैं घर,...

संपादक के नाम पत्र : कचरे में उल्हासनगर का कम्युनिटी हॉल

उल्हासनगर शहर में सरकारी प्रापर्टी को लोगों ने कचरा घर बना रखा है। उल्हासनगर में विद्यालय, शौचालय, समाज मंदिर, बिजली के ट्रान्सफॉर्मर, खेल के...

संपादक के नाम पत्र : सड़क पर कचरा होने से लोग परेशान 

`दोपहर का सामना' के संपादक के माध्यम से मैं मनपा एम पूर्व वार्ड कार्यालय के एसडब्ल्यूएम विभाग के अधिकारियों का ध्यान शिवाजी नगर के...
- Advertisment -

अन्य समाचार