बेबाक

बेबाक : नए पैटर्न देश के लिए खतरा …देश को अराजक राष्ट्र बनते समय नहीं लगेगा!

अनिल तिवारी मुंबई अगस्त १९४७ में हिंदुस्थान का दुर्भाग्यपूर्ण विभाजन हुआ था। धर्म के नाम पर पाकिस्तान का गठन हुआ था। आज उस दुर्देवी घटना...

बेबाक : पोस्टल बैलेट जीते तो ईवीएम कैसे हार गए?

अनिल तिवारी मुंबई महाराष्ट्र में चुनाव परिणाम आए हुए तीन दिनों का समय बीत चुका है पर इस बीच सबसे बड़ी शंका व्यक्त की जा रही...

बेबाक : बहुत कुछ गड़बड़ है

अनिल तिवारी मुंबई महाराष्ट्र विधानसभा के चुनावी नतीजे आ गए। नतीजे चौंकानेवाले रहे। लोकसभा के बाद हरियाणा और फिर महाराष्ट्र, सभी के नतीजे एक से...

सटायर : पुलिस ने सुबह ईमानदारी की शपथ ले…शाम को लूटा

 डाॅ. रवीन्द्र कुमार एक सूबे में सभी थानों में आयोजन किया गया कि पुलिस कर्मी ईमानदारी की शपथ लेंगे, हमारे देश में यदा-कदा शपथ लेने...

बेबाक : परिवहन विभाग की नजर में पब्लिक `बकरा’ है!

अनिल तिवारी मुंबई पिछले भाग में परिवहन विभाग के ‘गब्बर सिंह’ जुर्माने और उसकी आड़ में चलनेवाली ‘फिरौती’ पर हमने थोड़ी-बहुत चर्चा की थी। चूंकि समस्या...

बेबाक : मंत्री टोलकरी, विभाग झोलकरी!

अनिल तिवारी आज एक महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करनी है पर उससे पहले एक हकीकत भी जान लेना आवश्यक है। मरीन लाइन्स इलाके में मेरा...
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