छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में एक हॉस्टल के खस्ताहाल की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई हैं। आरोप है कि यहां टॉयलेट, बेडरूम में तब्दील हो गया है और आदिवासी बच्चे कमोड की सीट को ढंककर वहां बिस्तर लगाकर सोते हैं। वहीं टॉयलेट में पानी न पहुंचने के चलते बच्चे (बालिकाओं समेत) वॉशरूम के बाहर ही नहाते हैं। आरोप है कि वहां पर प्रिंसिपल ने सीसीटीवी वैâमरा लगवाया हुआ है। छत्तीसगढ़ की आम आदमी पार्टी ने प्रिंसिपल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
बता दें कि छोटेडोंगर के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के हॉस्टल की ये घटना है। बताया गया यहां दो स्कूल के बच्चे एक ही हॉस्टल में रहते हैं। प्रिंसिपल ने कथित तौर पर बालिकाओं की नहाने की जगह के पास सीसीटीवी कैमरा लगवाया है। आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर ने इसे लेकर थाना प्रभारी को पत्र भी लिखा है। वहीं सर्व आदिवासी समाज ने तत्काल सुविधा उपलब्ध कराने सर्व आदिवासी समाज का कहना है कि जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो समाज उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा। आस-पास के लोगों की मानें तो स्कूल के टॉयलेट की हालत बीते २ महीनों से खराब है। दरवाजा भी टूटा हुआ है और इससे बदबू भी आती है।
पिछले ६ साल से बोला जा रहा है कि भवन बनेगा, बनेगा। लेकिन अभी तक भवन नहीं बना हैं। यहां पर पानी की बहुत समस्या है। कभी-कभी तो बिना नहाए स्कूल जाना पड़ता है, जिससे लेट भी हो जाता है। कमरे की व्यवस्था नहीं होने से ८ से १२ लोग रूम में सोते हैं। बाकी के लोग बाथरूम में जाते हैं। यहां पर कंबल नहीं है। कई लोग अपने घर से कंबल लाकर अपना काम चला रहे हैं। अभी तो ठंड का सीजन भी है। -हॉस्टल छात्र