मुख्यपृष्ठनए समाचारसिटीजन रिपोर्टर : अंबरनाथ वासी कर रहे हैं पार्किंग का इंतजार!

सिटीजन रिपोर्टर : अंबरनाथ वासी कर रहे हैं पार्किंग का इंतजार!

अंबरनाथ

अंबरनाथ में बढ़ती जनसंख्या, सार्वजनिक परिवहन के अभाव के साथ ही रिक्शा चालकों की मनमानी के कारण मजबूरन रेल यात्रियों को स्टेशन तक आने-जाने के लिए निजी दो पहिया वाहनों का सहारा लेना पड़ रहा है। इन तमाम समस्याओं से भयानक पार्किंग की समस्या है। पार्किंग के अभाव में अंबरनाथ के लोगों को मजबूरन सड़क पर अपना वाहन खड़ा करना पड़ता है। ‘दोपहर का सामना’ के सिटीजन रिपोर्टर उमेश रसालकर ने अंबरनाथ स्टेशन आनेवाले वाहन चालकों की दशा का विवरण दिया है।
उमेश रसालकर का कहना है कि अंबरनाथ ऐतिहासिक शहर है। इस शहर में बड़ी संख्या में लोग एमआईडीसी व शिव मंदिर दर्शन के लिए आते हैं। इसके अलावा अंबरनाथ श्रमजीवी वर्ग का शहर है। प्रतिदिन लाखों लोग मुंबई से कर्जत की ओर रोजगार और व्यापार के लिए जाते हैं। लोकल ट्रेन सस्ता साधन होने के कारण लोग ऑटोरिक्शा से स्टेशन आते और जाते हैं। कभी-कभी ऑटोरिक्शा के बढ़ रहे भाड़े के कारण, तो कभी सवारी समय पर न मिलने से लोग बाइक से स्टेशन पर आते हैं। क्षमता से अधिक बाइक स्टेशन पर आने और पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण परेशानी होती है। लोग सड़क के किनारे अपने वाहन खड़ा कर ड्यूटी पर जाने को मजबूर रहते हैं। सड़क के किनारे खड़े वाहन को यातायात विभाग वाले उठा ले जाते हैं। इस कारण आर्थिक दंड और समय की बर्बादी भी बहुत होती है।
उमेश ने बताया कि अंबरनाथ नपा द्वारा पूर्व की तरफ बने चव्हाण नाट्यगृह को अब पश्चिम में बनाया जा रहा है और पूर्व में लगभग दस वर्ष के लिए पार्किंग की शुरुआत की गई है। आर्थिक कमी के कारण राजनीतिक लोगों ने एमएमआरडीए को बनाने के लिए दिया, जो अधर में लटका है। पश्चिम में एसटी बस स्टैंड की जगह पर पार्किंग शुरू की। दोनों ही जगह की पार्किंग आज अपर्याप्त साबित हो रही है। अंबरनाथ में अपने आपको कर्मठ नेता साबित करनेवाले नेतागणों की सेवा फेल होती दिखाई दे रही है। अंबरनाथ पार्किंग के अभाव में रेल यात्रियों के लिए एक पिछड़ा स्टेशन साबित हो रहा है। इतना ही नहीं, राजनीतिक लोगों के बड़े-बड़े वादे अंबरनाथ वासियों को छलावा प्रतीत हो रहा है।

 

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