मुख्यपृष्ठस्तंभसिटीजन रिपोर्टर : कल्याण रेलवे स्टेशन का कब होगा कल्याण?

सिटीजन रिपोर्टर : कल्याण रेलवे स्टेशन का कब होगा कल्याण?

ठाणे

कल्याण रेलवे स्टेशन मध्य रेलवे का कमाऊ स्टेशन है। इसके बावजूद यहां जन सुविधाओं की काफी कमी महसूस होती है। यहां की स्थितियों को देखकर यात्रियों का यही कहना है कि आखिरकार कल्याण रेलवे स्टेशन का कल्याण कब होगा? हालांकि, कल्याण स्टेशन को सुधारने के नाम पर रेलवे ने उसकी मॉडलिंग करने की मंशा जाहिर तो की है, लेकिन यह नाकाफी है। कल्याण स्टेशन पर कई मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा स्लो, फास्ट सभी लोकल ट्रेनें भी रुकती हैं। हर दिन हजारों यात्रियों का यहां से आवागामन होता है। यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए स्टेशन पर समय से तो आ जाते हैं, परंतु लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए उन्हें स्टेशन पर देर तक इंतजार करना पड़ता है, जिससे काफी भीड़ हो जाती है। स्टेशन पर यात्रियों को बैठने की व्यवस्था मानों ‘ऊंट के मुंंह में जीरा’ जैसी है। ‘दोपहर का सामना’ के सिटीजन रिपोर्टर राजेश पाठक, ‘कल्याण स्टेशन का कल्याण कब होगा’, इस मुद्दे पर प्रकाश डाल रहे हैं।
वेटिंग रूम का मतलब नहीं
रेलवे की व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए राजेश पाठक ने बताया कि कल्याण स्टेशन पर क्षमता से अधिक भीड़ होने के चलते व्यवस्था कम पड़ रही है। वेटिंग रूम को स्टेशन से बाहर बनाया गया है, जिसके कारण कोई भी रेल यात्री वेटिंग रूम में नहीं जाता है। यात्रियों को मजबूरन प्लेटफॉर्म पर ही बैठना पड़ता है। इतना ही नहीं, रेल प्रशासन ने यह घोषणा कर रखी है कि छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस की तर्ज पर ही कल्याण को भी बनाया जाएगा, लेकिन ऐसा होता कहीं दिख नहीं रहा है।
कब अलग होेंगे लोकल और एक्सप्रेस ट्रेंनों के स्टेशन?
रेलवे के अनुसार, एक तरफ लोकल तो दूसरी तरफ एक्सप्रेस ट्रेनों के चलने की व्यवस्था बनाई जाएगी। आज जहां से लोकल और एक्सप्रेस दोनों ट्रेनें चलाई जा रही हैं, वहीं उस जगह से सिर्फ लोकल ट्रेन ही छोड़ी जाएंगी, जबकि मॉल यार्ड से एक्सप्रेस ट्रेनों को छोड़ा जाएगा। कल्याण के प्लेटफॉर्म नंबर चार और पांच पर आने-जाने के लिए स्वचालित सीढ़ी नहीं है। एक लिफ्ट लगी है, जो कि कर्जत की तरफ है। अगर कोई वृद्धि या दिव्यांग यात्री डोंबिवली की तरफ उतरता है, तो उसे लिफ्ट तक जाने में काफी परेशानी होती है।
स्टेशन के अलावा कल्याण एक बड़ा जंक्शन है। यहां क्रॉसिंग होने के कारण एक्सप्रेस और लोकल ट्रेनों को देर तक रुकना पड़ता है, जिससे यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में समय लगता है। यात्रियों की मांग है कि उन्हें इस समस्या से जल्द से जल्द निजात दिलाई जाए। कल्याण को मॉडलिंग बनाने के लिए रेलवे ने बड़ी-बड़ी घोषणाएं की हैं। इन घोषणाओं को कई वर्ष बीत चुके हैं, इसके बावजूद अभी तक काम की शुरुआत नहीं हुई है। कल्याण रेलवे स्टेशन पर चूहों का भी काफी प्रकोप है। चूहों के झुंड स्टेशन को खोदकर खोखला कर रहे हैं। रेलवे प्रशासन को चूहों के साथ ही स्टेशन की अन्य तमाम समस्या का निदान खोजना चाहिए, जिससे यात्रियों को दिक्कत का सामना न करना पड़े।

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