सामना संवाददाता / मुंबई
कन्वर्जिंट इस सिस्टम इंटिग्रेशन क्षेत्र में सेवा प्रदाता तथा विश्वस्तर पर वरियताप्राप्त कंपनी की ओर से समाज को सक्षम करनें हेतु उनकी वचनबध्दता के अनुसार उनके सिग्नेचर प्रोग्राम रहें स्टेप (सिक्युअर, ट्रान्सफॉर्म, एम्पावर, पार्टनर) अप स्कूल उपक्रम का आयोजन आज नवी मुम्बई स्थित उलवे के पीएमश्री स्कूल में किया गया था।
शैक्षणिक वातावरण और सुरक्षा में बढ़ोत्तरी करनें के लिए कम संसाधनों से युक्त शिक्षा संस्थाओं को सहयोग देने हेतु डिज़ाईन किए गए इस प्रकल्प के तहत कन्वर्जिंट सिस्टम के ४० से अधिक कर्मचारियों ने उनका समय और कुशलता देकर स्वयंसेवक के रुप में काम करते हुए महत्त्वपूर्ण सुविधा और तंत्रज्ञान उपलब्ध कराया।
इस प्रकल्प का एक भाग होने के नाते स्कूल में स्थित विडिओ सुरक्षा उपकरणों में बढ़ोत्तरी करते हुए पांच नए कैमरे लगाए गए, इस से स्कूल के परिसर में सुरक्षा और कड़ी की गई। इनके अलावा टिमनें शिक्षा से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण और जरूरी चीजें जैसे कोल्ड स्टोअरेज के लिए रेफ्रिजरेटर, पुस्तकों के लिए दो शेल्फ्स, दो नोटिस बोर्ड्स और एक वाईफाई राऊटर लगाए, जिससे स्कूल के क्लास का परिचालन अधिक अच्छा हो सकेगा।
कन्वर्जिंट इंडिया के डेटा सेंटर्स के सर्विस डिलिवरी मैनेजर संदीप कुमार ने प्रकल्प का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा “हमारे स्टेप अप स्कूल उपक्रम के माध्यम से हम केवल तंत्रज्ञान ही नहीं दे रहे, बल्की दीर्घकालीन और सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। पीएम श्री स्कूल में सर्वसमावेशक तथा सर्वंकश शिक्षा देने का प्रयास होता रहता है और इस से अधिक सुरक्षित तथा भविष्य में बच्चों और शिक्षकों को बेहतर शिक्षा का वातावरण और अच्छा करने में हम सहकार्य कर रहें हैं।”
पीएम श्री स्कूल की प्रिन्सिपल मानसी मंगेश सुर्वे ने आभार व्यक्त करतें हुए कहा, “पीएम श्री स्कूल में हम लगातार सर्वंकश, सर्वसमावेशक तथा तंत्रज्ञान पर आधारीत शैक्षणिक वातावरण देनें के लिए प्रयास करतें रहते हैं। कन्वर्जिंट के सहयोग से हम अब स्कूल की सुरक्षा बेहतर करनें के साथ ही रोजमरहा की शिक्षा में भी सुधार ला रहे है। इन सुधारों के कारण हम हमारें विद्यार्थी तथा शिक्षकों को अधिक सुरक्षित कर सकेंगे तथा वे शिक्षा का नया समृध्द अनुभव प्राप्त करेंगे। इस सहयोग के लिए हम उनके आभारी है और इस से स्कूल के कार्य में अधिक सकारात्मक सुधार आएगा.”
कन्वर्जिंट के स्टेप अप फॉर स्कूल्स उपक्रम का एक भाग उनके महत्त्वपूर्ण विशाल सामाजिक जिम्मेदारी का एक भाग है। इस उपक्रम के तहत ७४८८ विश्वस्तर के सहकारी इस साल सहभागी होकर ३७ देशों में संसाधनों की कमी के स्कूलों और समाजों को सहकार्य कर रहें है।