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मौत या साजिश?

एम.एम.सिंह

रविवार को एक हेलिकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद उनकी मौत को लेकर कई कंस्पायरेसी थिअरीज चल रही हैं। हालांकि, इस व्रैâश की वजह से आधिकारिक तौर पर ईरान सरकार अभी तक मौन साधे है लेकिन सरकारी मीडिया के अनुसार, भारी कोहरे और बारिश के चलते यह दुर्घटना हुई है। इस दुर्घटना के बाद कुछ लोग इसे अंतर्राष्ट्रीय साजिश करार दे रहे हैं तो कईयों का मानना है कि यह ईरान की भीतरी सियासत का नतीजा है!
दरअसल, इसकी शुरुआत हुई चीन के एक प्रोफेसर द्वारा तथाकथित तौर पर इजरायल को निशाना बनाए जाने के साथ। शंघाई इंटरनेशनल स्टडीज यूनिवर्सिटी के मिडिल ईस्ट स्टडीज इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर ने कहा कि इजरायल के साथ ईरान के तनावपूर्ण संबंध हैं और हाल की घटनाओं से दोनों के बीच दूरियां और ज्यादा हो गई हैं! वहीं ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या जैसी घटनाओं ने रईसी की मौत में किसी साजिश की गुंजाइश छोड़ दी है! इजरायल पर आरोप लगाने का मतलब है इजरायल की इंटेलिजेंस एजेंसी मोसाद को कटघरे में खड़ा करना। मोसाद की गिनती दुनियाभर के कुख्यात और विख्यात इंटेलिजेंस एजेंसी के तौर पर की जाती है। फिलहाल मोसाद ने आरोपों को गलत बताते हुए कहा है कि इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर क्रैश से हुई मौत में हमारा कोई हाथ नहीं है। इजरायल पर शक की वजह भी है। क्योंकि पिछले दिनों इजरायल और ईरान के बीच युद्ध के हालात पैदा हो गए थे और दोनों ने एक-दूसरे पर एयर स्ट्राइक भी की थी। यह ऐसा दौर भी है, जहां पर ईरान के इजरायल के अलावा अमेरिका से भी तनावपूर्ण संबंध हैं। ईरान पर आरोप है कि वह इजरायल पर हमला करने वाले हमास का समर्थन करता है। हिजबुल्ला ने भी इजरायल पर हमले किए हैं। गौरतलब है कि पिछले साल ७ अक्टूबर को इजरायल पर हमास आतंकियों के हमले और इजरायल के पलटवार से पूरा पश्चिम एशिया तनावपूर्ण माहौल में है। इजरायल विरोधी लॉबी की कमान ईरान के हाथ में रही है।
एक यहूदी वैज्ञानिक बेंजामिन रूबिनस्टैन ने सोशल मीडिया पर कहा है कि इस घटना के पीछे यहूदी इजरायल के मंसूबों पर आंखें मूंद नहीं सकते। इस घटना की पूरी जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सभी के सामने आ सके। बेंजामिन खुद को यहूदी विरोधी बताते हैं। ईरान के सरकारी टेलीविजन पर सबसे पहले एक एक्सपर्ट ने राष्ट्रपति की मौत को एक साजिश बताते हुए कहा कि किसी हेलिकॉप्टर के साथ कोई हादसा होता है तो इसकी तकनीकी वजह हो सकती है या फिर खराब मौसम लेकिन यहां पर स्थित अलग है इस मामले में इजरायल और उसकी खुफिया एजेंसी मोसाद का इंवॉल्वमेंट हो सकता है। सोशल मीडिया पर ईरानी राष्ट्रपति के हेलिकॉप्टर पायलट पर भी उंगली उठाई गई। उनका सवाल था कि राष्ट्रपति के काफिले में शामिल दो अन्य हेलिकॉप्टर सुरक्षित लैंड हो गए तो रईसी के हेलिकॉप्टर के साथ ऐसा क्यों नहीं हुआ? सोशल मीडिया पर साजिशों की फेहरिस्त खत्म होती नजर नहीं आ रही। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स हेलिकॉप्टर दुर्घटना के पीछे डायरेक्ट एनर्जी वेपंस के इस्तेमाल का जिक्र कर रहे हैं। कुछ यूजर्स का मानना है कि रईसी के हेलिकॉप्टर को स्पेस लेजर से निशाना बनाया गया। इसमें डायरेक्ट एनर्जी वेपंस के इस्तेमाल की आशंका जताई गई है।

बेल २१२ हेलिकॉप्टर
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ तो उसको लेकर काफी सवाल उठने लगे, जिस हेलिकॉप्टर में वह सवार थे, वह `बेल २१२’ हेलिकॉप्टर बताया जा रहा है। यह १९६० के दशक का था, जिसे अमेरिका की कंपनी बेल टेक्सट्रॉन इंक ने बनाया था। बेल २१२ हेलिकॉप्टर कंपनी के आइकॉनिक मॉडलों में से एक था। द डिफेंस एनेलिस्ट सेड्रिक लीटन के अनुसार, ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम संभवत बेल २१२ हेलिकॉप्टर में ही यात्रा कर रहे थे, जिसका संचालन १९६० के दशक के अंत में शुरू हुआ था।

 

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