अनिल मिश्र/ पटना
गया शहर के दक्षिणी भाग घूंघडीटाड सरकारी आईटीआई, पोलीटेक्निक के सामने वर्षों से परती पड़े बिहार राज्य खादी बोर्ड के जमीन पर राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा घोषित खादी मॉल के निर्माण कार्य को अविलंब शुरू कराने की मांग को लेकर गया जिला कांग्रेस कमिटी के नेता, कार्यकर्ता शांतिपूर्ण जन आक्रोश चौपाल आयोजित किया। जन आक्रोश चौपाल में शामिल बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष दामोदर गोस्वामी, राम प्रमोद सिंह, युगल किशोर सिंह, ओंकार नाथ सिंह, धीरेन्द्र कुमार सिंह, प्रदीप शर्मा, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कांग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम, मुन्ना मांझी आदि ने कहा कि बिहार राज्य के गया जिला में ग्राम निर्माण मंडल एवं मानपूर सूती, हैंडलूम वस्त्र उद्योग जो मैनचेस्टर के नाम से विख्यात है, खादी भंडार एवं मानपूर पटवा टोली में हजारों सूती, हैंडलूम मशीनों से दिन, रात कपड़ा बनाया जाता है, परंतु बिक्री गारंटी एवं बेहतर व्यवस्था नहीं होने से यहां के बुनकरों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
इन सभी नेताओं ने कहा कि बिहार राज्य खादी बोर्ड के कई बीघा के कैंपस में बहुमंजिला मॉल बनने से गया ही नहीं बल्कि मध्य-दक्षिण बिहार के दर्जनों जिला के खादी-सूती कपड़ों की एकीकृत बिक्री केंद्र बनने से बिहार प्रदेश के 16 जिलों के बुनकरों, व्यापारियों को काफी सहूलियत होगी। नेताओं ने कहा कि इस संबंध में कई बार सूबे के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजने के उपरांत मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा तत्कालीन जिलाधिकारी एम त्यागराजन ने यह घोषणा किए थे कि बहुत जल्द खादी बोर्ड के जमीन पर बहुमंजिला मॉल का निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा, लेकिन घोषणा के महीनों बीत जाने के बाद भी कोई सुगबुगाहट नहीं होने से मानपूर के पटवा, तांती, बुनकरों में मायूसी है।
नेताओं ने कहा कि गाया जिला में ग्राम निर्माण मंडल के चलते राज्य सरकार शुरू से ही इस जिला में बिहार राज्य खादी बोर्ड की जगह ग्राम निर्माण मंडल को ही बढावा देते आ रही है, इस लिय बहुत समय पहले से बिहार राज्य खादी बोर्ड का परती जमीन खाली पड़ा हुआ है, जिसका कुछ भाग अतिक्रमण का भी शिकार हैं ।