मुख्यपृष्ठसमाज-संस्कृतिनहीं रहे लोकतंत्र रक्षक सेनानी आनंद कृष्ण जायसवाल

नहीं रहे लोकतंत्र रक्षक सेनानी आनंद कृष्ण जायसवाल

– इमरजेंसी काल में २२ माह काटी थी जेल

विक्रम सिंह / सुलतानपुर

लोकतंत्र रक्षक सेनानी, पत्रकार व अधिवक्ता आनंद कृष्ण जायसवाल (८४) का सोमवार को दोपहर में निधन हो गया।
जायसवाल गोंडा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक रहे। आपातकाल के समय २२ महीने सुलतानपुर, लखनऊ व बरेली जेल में बंद रहे। नवगठित भाजपा के जिला महामंत्री के साथ वह सदर विधानसभा से भाजपा के टिकट से चुनाव भी लड़ चुके थे। वह अधिवक्ता के साथ काफी दिनों तक तरुण भारत व आज आदि समाचार पत्रों के माध्यम से पत्रकारिता से जुड़े रहे। जायसवाल का विशेष रुझान पेंटिंग व कविता लेखन में भी रहा। छह माह पूर्व उनकी धर्मपत्नी राज दुलारी का भी निधन हो गया था। जायसवाल अपने पीछे भरा-पूरा परिवार को छोड़ गए हैं। वह अपने पांचों भाइयों में अंतिम भाई के रूप में जीवित रहे।
जायसवाल वनवासी कल्याण आश्रम, आर्य समाज, चिन्मय मिशन आदि संगठनों से भी जुड़े रहे। इनके सबसे बड़े भाई रामकृष्ण जायसवाल भी प्रवक्ता, पत्रकार एवं लोकतंत्र रक्षक सेनानी रहे।

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