सामना संवाददाता / मुुंबई
पिछले सात वर्षों से शिलफाटा रोड पर पलावा पुल के रुके हुए काम को तुरंत पूरा किया जाना चाहिए। इस पुल के रुके हुए काम के कारण यात्रियों को हर दिन ट्रैफिक जाम से जूझना पड़ता है। कल शनिवार को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के डोंबिवली जिलाप्रमुख दीपेश म्हात्रे और पूर्व विधायक राजू पाटील पलावा पुल स्थल पर एक साथ आए और इस पुल के रुके हुए काम को तुरंत पूरा करने और यातायात के लिए खोलने की मांग की।
शिवसेना कार्यकर्ता और पदाधिकारी सैकड़ों की संख्या में पलावा पुल को खोलने की मांग को लेकर एकत्र हुए थे। कल्याण ग्रामीण के शिंदे गुट के विधायक राजेश मोरे ने नागरिकों को आश्वासन दिया था कि ३१ मई तक पलावा पुल यातायात के लिए खोल दिया जाएगा। चूंकि यह वादा पूरा नहीं किया गया और इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि पिछले सात वर्षों से पलावा पुल के संबंध में यात्रियों को केवल वादों पर वादे करते आ रहे हैं इसलिए पूर्व शिवसेना विधायक राजू पाटील और जिलाप्रमुख दीपेश म्हात्रे इसका सार्वजनिक विरोध करने के लिए एक साथ आए थे।
जिलाप्रमुख दीपेश म्हात्रे ने पलावा पुल के उद्घाटन के लिए एक नकली निमंत्रण पत्र तैयार किया था। `पलावा पुल का वादा कभी खत्म नहीं हुआ और पलावा पुल कभी पूरा नहीं हुआ,’ यह बात इस पुल के रास्ते में बाधा डालने वाले जनप्रतिनिधियों से कही गई थी। यह सब शिंदे गुट को लेकर लक्षित किया गया था। पलावा चौक में कुछ दुकानों को हटाने का कुछ राजनीतिक नेता विरोध कर रहे हैं।
बता दें कि पलावा पुल का पिछले सात वर्षों से रुका हुआ है। पुल का यह रुका हुआ काम यात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। पुल चालू करने के नाम पर लोगों को केवल चॉकलेट और गाजर देने का काम किया जा रहा है, ऐसा दीपेश म्हात्रे ने कहा।