मुख्यपृष्ठसमाचारभाजपा नेता के कब्जे पर प्रशासन का 'गोलमोल'!

भाजपा नेता के कब्जे पर प्रशासन का ‘गोलमोल’!

-भाजपा सभासदों की शिकायत व मेनका गांधी के हस्तक्षेप पर डीएम ने भेजी जांच टीम, कराई पैमाइश

विक्रम सिंह / सुल्तानपुर

सरकारी जमीन के कब्जे के आरोपों से घिरे पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता प्रियंक पांडेय के मामले को लेकर भाजपा की जमकर किरकिरी हो रही है। कोई दूजा नहीं खुद उन्हीं के साथियों ने उन्हें कठघरे में खड़ा कर दिया है। पार्टी की हो रही फजीहत देखकर सांसद मेनका गांधी भी सक्रिय हो उठीं। उनके निर्देश पर सुल्तानपुर डीएम ने रविवार को तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर मौके पर भेजी और रिपोर्ट तलब की। घंटों जांच टीम मौके पर रही, लेकिन मीडिया के समक्ष जांच टीम के सदस्यों ने सीधा-सपाट के बजाय ‘गोलमोल’ जवाब दिया है। सीधे तौर पर भाजपा नेता द्वारा सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने के आरोप पर ‘कमेंट’ से बचते हुए कुछ भूखंडों पर अवैध कब्जे का होना स्वीकार किया, जिससे वास्तविक स्थिति जांच रिपोर्ट पटल पर रखे जाने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी।
बता दें कि शहर के सिविल लाइन स्थित विनोबापुरी मुहल्ले में भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रियंक पांडेय का मकान है। उसके आस-पास काफी नजूल भूखंड भी है। भाजपा से ही जुड़े हुए नगर पालिका के दर्जनों सभासदों का आरोप है कि प्रियंक ने सरकारी जमीन कब्जा कर रातों-रात बाउंड्री बनवाकर घेर लिया, जबकि उस भूखंड को पालिका ने पार्क व एमआरएफ सेंटर बनवाने के लिए आरक्षित किया था। इसकी लिखित शिकायत सभासदों ने डीएम कृतिका ज्योत्सना से की। सांसद मेनका गांधी से भी अपनी ही पार्टी के नेता की इस करतूत की ‘चुगली’ की, जिस पर सुल्तानपुर से लखनऊ तक हंगामा मच गया। भाजपा व सरकार की फजीहत होने लगी। इसके बाद रविवार की सुबह डीएम द्वारा गठित टीम ने तहसीलदार केपी सिंह के नेतृत्व में जांच व पैमाइश की। फिलहाल आरोपों के घेरे में आए भाजपा नेता को अभी तक प्रशासन ने न क्लीनचिट दी न ही आरोपों को गलत बताया है।

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