भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का बदला ले लिया है। मंगलवार आधी रात को भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। पाकिस्तान के आतंकी शिविरों पर हमला करके पहलगाम में अपने सुहाग को गंवाने वाली २६ मां-बहनों का बदला पूरा किया। हिंदू धर्म में सिंदूर और सौभाग्य का बड़ा महत्व है। पाक पोषित आतंकवादियों ने जब उनके सिंदूर से खेल खेला, तो उस सिंदूर से निकली बदले की ज्वाला पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकी शिविरों तक पहुंच गई। भारतीय सेना के हमले में पाकिस्तान के ये अमानवीय शिविर तो नष्ट हुए ही, साथ ही पाकिस्तान की सरकार, वहां के आतंकियों के आका, पाकिस्तान की नापाक सेना बिल में जाकर छिप गए। भारतीय सेना ने ऐसा शौर्य दिखाया कि हर भारतीय को इस पर गर्व होना चाहिए। जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकी गुटों के शिविर नष्ट कर दिए गए हैं। पाकिस्तान सो रहा था और उन पर बम गिर रहे थे। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को प्रतिरोध करने का मौका भी नहीं दिया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भाग लेने वाले सभी भारतीय ‘पायलट’ और लड़ाकू विमान सुरक्षित वापस लौट आए। इसका मतलब यह है कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर मारा और सुरक्षित भारत लौट आई। पाकिस्तान को उसके कर्मों का फल मिला। आगे भी मिलता रहेगा। आतंकवादियों को पालनेवाला देश जैसी पाकिस्तान की छवि है। ऐसा वैâसे है कि दुनियाभर के इस्लामी आतंकवादी पाकिस्तान में ही शरण लेते हैं? पाकिस्तान के बेदिमाग शासक इसका जवाब नहीं दे पाए। अमेरिका पर हमला करने वाला अलकायदा सरगना लादेन पाकिस्तान में ही छिपा हुआ था। अमेरिकी कमांडोज ने
पाकिस्तान में घुसकर
लादेन को मार गिराया। ‘लादेन पाकिस्तान में नहीं है। पाकिस्तान में कोई भी आतंकवादी नहीं है,’ ऐसा कहने वाले पाकिस्तान का मुखौटा इस प्रकार कई बार फाड़ा गया है। हिंदुस्थान पर आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड मौलाना मसूद अजहर, हाफिज सईद पाकिस्तान में ही शरण लिए हुए हैं। भारत के गुनहगारों को भारत के हवाले करने में ही पाकिस्तान की भलाई थी, लेकिन पाकिस्तान ने वैसा नहीं किया। इन सभी आतंकियों को ‘स्वतंत्रता सेनानी’ का दर्जा देने की नादानी उन्होंने की। पहलगाम हमले में स्वतंत्रता सेनानियों का हाथ होगा, ऐसा बेतुका बयान पाक के मंत्रियों ने दिया। पाकिस्तान कभी एक देश के रूप में उभर ही नहीं पाया। धार्मिक द्वेष से पैदा हुए कट्टरपंथियों का पनाहगाह है पाकिस्तान, यही पाकिस्तान के बारे में कहा जा सकता है। आमने-सामने के युद्ध में पाकिस्तान कभी भी जीत नहीं पाएगा। इसलिए आतंकवादियों को रसद उपलब्ध कराकर भारत में हमले करने का रास्ता उन्होंने अपनाया। तीन युद्धों में पाकिस्तान को धूल चटाने के बावजूद उसकी पूंछ सीधी नहीं हुई। भारतीय सेना दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सेना है और संकट के समय राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर देश एकजुट हो जाता है, यह तस्वीर पहलगाम हमले के बाद एक बार फिर दिखाई दी। राजनीति करने के जो कई तरीके हैं, उनमें से युद्ध भी एक तरीका है। इस उपाय का सहारा कभी न कभी तो लेना ही पड़ता है। पाकिस्तान जैसे राष्ट्र जब तक अस्तित्व में हैं, तब तक दुनिया में कहीं न कहीं तो युद्ध होते ही रहेंगे। भारत बुद्ध का देश है, लेकिन अगर कोई हमारे निर्दोष नागरिकों की जान अनायास ले रहा है, तो हमें बुद्ध को नमस्कार करके युद्ध का रास्ता अपनाना ही पड़ेगा। जो लोग युद्ध को बहुत
बड़ा पाप
और शांति और धैर्य को बहुत बड़ा पुण्य समझते हैं, उन्हें उन २६ बदकिस्मत बहनों की उज़ड़ी हुई मांग को देखना चाहिए। इसलिए भारत को राष्ट्रहित में पाकिस्तान पर बम गिराने पड़े। पाकिस्तान में लड़ने की क्षमता नहीं है। पाकिस्तान की युद्धनीति चीन जैसे राष्ट्र पर निर्भर है। चीन ने पाकिस्तान को कुछ लड़ाकू विमान उपलब्ध कराए थे। उनमें से एक ‘जेएफ-१७’ लड़ाकू विमान को भारत ने पहले ही दिन मार गिराया। पाकिस्तान के पैर अभी से ही कंपकंपाते नजर आ रहे हैं। युद्ध अभी शुरू होना बाकी है। अभी केवल आतंकी वैंâपों पर ही हमले हुए हैं। पाक की नागरिक बस्तियों और सैन्य ठिकानों पर हमला नहीं हुआ है। मसूद अजहर और हाफिज सईद को ही निशाना बनाया गया है। कल के हमले में मसूद अजहर के रिश्तेदार मारे गए और उसके बाद उसकी आंखों से आंसू बहने लगे। निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले इस नराधम की आंखों से बहते आंसू देखकर पहलगाम की पीड़ित ‘आत्माएं’ भारतीय सेना पर फूल बरसा रही होंगी। हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे लोगों का पूरी तरह से सफाया ही भारतीय सेना का ‘टार्गेट’ होना चाहिए। पाकिस्तान अब एक राष्ट्र न होकर दुनिया के लिए बोझ बनी आतंकवादियों की भूमि बन गया है। अब इनका पूरी तरह से सफाया करना जरूरी है। कितने निरपराध मारे जाएंगे? कितनी मां-बहनों का सिंदूर मिटेगा? ये सब अब खत्म होना चाहिए। आतंकियों के आठ-नौ वैंâप नष्ट हो गए तब भी पाकिस्तान एक आतंकवादी पैदा करनेवाली पैâक्ट्री है, इस पैâक्ट्री को ही नष्ट कर देना चाहिए। भारतीय सेना ने उस दिशा में कदम बढ़ाए हैं। पूरा देश भारतीय सेना का अभिवादन कर रहा है। आपके शौर्य को सलाम!