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भले ही मुंबईकरों की जान खतरे में हो… ये होर्डिंग्स हम नहीं हटाएंगे!

-मनपा की नोटिस डस्टबीन में …‘ईडी’ सरकार को मुंह चिढ़ा रहे हैं २९ खतरनाक होर्डिंग्स

सामना संवाददाता / मुंबई

घाटकोपर में विशाल होर्डिंग गिरने से १७ लोगों की मौत हो गई थी। इस बड़ी दुर्घटना के बाद सभी बड़े अवैध होर्डिंग्स को हटाने के लिए मनपा ने नोटिस भेजा। लेकिन इनमें से २९ लोगों ने अभी तक होर्डिंग नहीं हटाई है। ऐसा लगता है मानो उन्होंने मनपा की नोटिस को डस्टबीन में फेंक डाला है। ऐसे में कहा जा रहा है कि राज्य की ‘ईडी’ सरकार को ये २९ अवैध होर्डिंग्स मुंह चिढ़ा रहे हैं। इन अवैध होर्डिंग्स वाली कंपनियों का रुख देखकर यही लग रहा है मानो उन्हें मुंबईकरों की जान की कोई फिक्र नहीं है और वे कह रहे हैं कि चाहे कुछ भी हो जाए हम अपने होर्डिंग्स नहीं हटाएंगे।

४५ अवैध होर्डिंग्स को मनपा ने दिया नोटिस… सिर्फ १६ हटाए गए

इन दिनों मौसम का मिजाज कुछ अजीब सा हो गया है। कभी गर्मी, कभी तेज हवा और बारिश आ जाती है। ऐसे में ये अवैध होर्डिंग्स लोगों की जान के लिए खतरा बने हुए हैं। घाटकोपर हादसे के बाद मनपा एक्शन में आ गई है पर मनपा इन अवैध होर्डिंग्स को हटा नहीं पाई है। होर्डिंग्स मालिकों के तेवर तो यही संकेत दे रहे हैं कि कुछ भी हो जाए, हम ये अवैध होर्डिंग्स नहीं हटाएंगे। कुल ४५ होर्डिंग्स को नोटिस दी गई, जिसमें सिर्फ १६ होर्डिंग्स हटाए गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, गत १६ मई को आपदा प्रबंधन अधिनियम (२००५) के तहत मनपा से जिन ४५ बड़े होर्डिंग्स को हटाने का नोटिस मिला, उनमें से २९ को अभी भी रेलवे या संबंधित विज्ञापन एजेंसियों द्वारा नहीं हटाया गया है। इनमें दो विशाल होर्डिंग हैं। एक बांद्रा-पूर्व में १२० बाय १२० फीट का है और दूसरा चर्नी रोड पर १०० बाय ३० फीट का है, जो मनपा की ४० बाय ४० फीट के नियमों से कई गुना अधिक ब़ड़ा है। मनपा के लाइसेंस विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बड़े आकार के कई होर्डिंग्स रेलवे परिसर और सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) की जमीन पर हैं, जो राज्य सरकार के अधिकार में है। एक कंपनी के सभी ६ होर्डिंग्स हटा दिए गए हैं, लेकिन अब भी कुल मिलाकर २९ होर्डिंग्स को हटाना बाकी है।

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