सामना संवाददाता / पुणे
पुणे जिले के मावल तालुका के कुंदमाला में कल एक बड़ा हादसा हो गया। वहां इंद्रायणी नदी पर बने पुल के ढहने से कई लोग बह गए। इस घटना में कई लोगों की मौत बताई जा रही है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक दो शव बरामद किए जा चुके थे। नदी की तेज धार में करीब ४४ लोग बह गए थे, जिनमें से कई लोगों की जानें बचा ली गईं। इनमें से ३८ लोग घायल हैं। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बता दें कि नदी पर यह पुल जर्जर हो चुका था और करीब ६ महीने पहले इसे आवागमन के लिए बंद किया जा चुका था। मगर फडणवीस सरकार का प्रशासन पूरी तरह से फेल साबित हुआ। सवाल है कि जब पुल बंद था तो वहां इतनी बड़ी संख्या में पर्यटक कैसे पहुंच गए? उन्हें वहां रोकने के लिए पुलिस का कोई बंदोबस्त नहीं था। नदी पर आसपास के गांवों को जोड़ने वाला एक लोहे का पुल है। इस लोहे के पुल के ढहने की घटना कल दोपहर बाद घटी।
‘यह मनुष्यवध का अपराध!’
इस हादसे में मृत हुए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने सरकार की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि इस दुर्घटना में ४४ पर्यटक बह गए, जो बेहद दुखद और चिंताजनक है। साथ ही उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि मालवण स्थित राजकोट किले पर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के चबूतरे की जमीन धंस गई है। उद्धव ठाकरे ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पहले प्रधानमंत्री द्वारा स्थापित की गई छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिर गई थी। अब जब नई प्रतिमा बनाई गई, तो जमीन ही धंस गई। यह साफ दिखाता है कि सरकार ने एक बार फिर छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा को लेकर बड़ी लापरवाही बरती है। अब सरकार किस मुंह से इस पर जवाब देगी? उद्धव ठाकरे ने आगे कहा कि यह सरकार केवल विकास की बातें करती है, लेकिन एक मजबूत पुल तक नहीं बना सकती। इस पुल से ४४ निर्दोष पर्यटक बह गए यह मात्र दुर्घटना नहीं, बल्कि यह मनुष्यवध का अपराध है।
१०० सैलानी थे मौजूद
स्थानीय निवासी रघुवीर शेलार ने बताया कि यह घटना दोपहर बाद करीब साढ़े चार बजे की है। करीब १०० से अधिक सैलानी पुल पर घूमने के लिए आए थे, जिनमें से ४० लोगों को स्थानीय निवासियों ने बचाया है।
प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
कुंदमाला तालेगांव दाभाड़े कस्बे के पास प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इंद्रायणी नदी पर बना पुल काफी पुराना बताया जा रहा है। कल रविवार होने के कारण वहां काफी पर्यटक मौजूद थे। घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस, ग्रामीण और आपदा राहत कर्मी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू किया।
सेल्फी की सनक में हुआ हादसा!
लोगों के सेल्फी की सनक में इंद्रायणी नदी पर बना जर्जर पुल टूट गया। सेल्फी के लिए ब्रिज पर बढ़ी भीड़ के कारण यह हादसा हुआ। रविवार होने के कारण पुल पर कई पर्यटक मौजूद थे। बीते कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण नदी में पानी का बहाव काफी तेज है। यह घटना पुणे ग्रामीण इलाके के कुंदमाला में स्थित मावल तालुका की है। यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
जानकारी के अनुसार, इंद्रायणी नदी पर बना पुल काफी पुराना बताया जाता है। रविवार होने के कारण, घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस, ग्रामीण और आपदा राहत कर्मी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कुछ लोग काफी देर तक पुल गिरने के बाद फंसे हुए थे। उन्हें वहां से निकालने के लिए हाइड्रो क्रेन भी मंगवाई गई। बचाए गए लोगों को अस्पताल भेजा गया। बता दें कि पिछले दो दिनों से मावल इलाके में भारी बारिश हो रही है, जिससे इंद्रायणी नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। घटना के बाद एनडीआरएफ की दो टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं।
स्थानीय निवासियों ने बचाया
स्थानीय निवासी रघुवीर शेलार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि करीब १०० से अधिक पर्यटक पुल पर घूमने के लिए आए थे, जिनमें से करीब ३८ लोगों को स्थानीय निवासियों ने बचाया। चार से पांच लोगों के लापता होने की जानकारी मिली है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हादसे के बाद कुछ लोगों को बचा लिया गया है, दो लोगों की मौत हुई है, वहीं कुछ अभी फंसे हुए हैं।