मुख्यपृष्ठसमाचारनई शिक्षा नीति से नया तनाव!

नई शिक्षा नीति से नया तनाव!

-१०वीं-१२वीं के बढ़ेंगे विषय…मुख्य विषयों का ज्ञान बढ़ाने के नाम पर
सिलेबस में हुआ बड़ा बदलाव

सामना संवाददाता / मुंबई

नई शिक्षा नीति के मुताबिक, १०वीं और १२वीं के सिलेबस में बदलाव किया गया है। यह बदलाव करते समय हिंदुस्थानी भाषाओं पर सख्ती की गई है। इसके साथ ही इस बात पर भी विचार किया गया है कि विद्यार्थियों को मुख्य विषयों का ज्ञान होना चाहिए। इस संबंध में अब स्कूलों से सूचनाएं मिलने के बाद उसका अध्ययन कर इस फैसले को लागू किया जाएगा। ऐसे में नई शिक्षा नीति के नए प्रस्तावित मसौदे के चलते छात्रों में नया तनाव देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि १०वीं कक्षा में दो की बजाय तीन भाषाएं अनिवार्य होंगी। इनमें से दो भाषाएं हिंदुस्थानी रहेंगी। साथ ही ११वीं-१२वीं में एक की जगह दो भाषाएं पढ़नी होंगी। इसमें एक हिंदुस्थानी भाषा भी होगी। इसी तरह ९वीं और १०वीं के छात्रों को पास होने के लिए विषयों की संख्या भी बढ़ा दी गई है और अब इन्हें पांच की जगह १० विषय पढ़ना होगा। इसमें तीन भाषाएं और सात मुख्य विषय होंगे। इन विषयों में गणित, कंप्यूटर विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, कला शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा और पर्यावरण शिक्षा शामिल हैं।
११-१२वीं में भी बदलाव
१०वीं की तरह ११वीं और १२वीं के स्तर में भी बदलाव किया गया है। अब १२वीं में दो भाषाएं और चार मुख्य विषय होंगे। १२वीं में सभी विषयों को चार समूह में बांटा जाएगा। इसमें भाषा, कला, शारीरिक शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, सामाजिक विज्ञान, गणित, विज्ञान आदि जैसे चार समूह होंगे।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप होंगे बदलाव
१०वीं और १२वीं क्लास के सिलेबस में बड़ा बदलाव होने से सिलेबस में विषय बढ़ाए जाएंगे। ऐसे में छात्रों को अधिक विषयों का अध्ययन करना होगा। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई ने १०वीं और १२वीं के माध्यमिक स्तर पर बड़े बदलाव का सुझाव दिया है। इसके मुताबिक छात्रों को १०वीं कक्षा में दस विषय और १२वीं कक्षा में छह विषय पढ़ने होंगे। सीबीएसई को इस संबंध में स्कूलों को निर्देश जारी करने के लिए कहा गया था। ये बदलाव स्कूलों की ओर से नोटिफिकेशन के बाद किए जाएंगे। ये बदलाव नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप होंगे।

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