मुख्यपृष्ठस्तंभउत्तर प्रदेश से : बीजेपी-सपा के बाण चले, कौन होगा परास्त?

उत्तर प्रदेश से : बीजेपी-सपा के बाण चले, कौन होगा परास्त?

रोहित माहेश्वरी

प्रदेश की राजनीति में बीजेपी और सपा में इन दिनों वाकयुद्ध जोरों पर है। दोनों दल किसी न किसी मुद्दे पर एक-दूसरे को घेरने और बयानबाजी करने का कोई अवसर चूकते नहीं हैं। विधानसभा में सीएम योगी की सपा के विरुद्ध की गई बयानबाजी का उत्तर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तीखे अंदाज में दिया। अखिलेश ने कहा कि सीएम में भावनात्मक संवेदना नहीं है। वे अमर्यादित और अलोकतांत्रिक भाषा का प्रयोग करते हैं। आस्था को व्यापार बना दिया है। दान, पुण्य, सेवा का कुंभ उनके लिए तीन लाख करोड़ का कारोबार बन गया है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद हर सरकार ने महाकुंभ कराया, लेकिन भाजपा के लोग समझते हैं कि सिर्फ इन्होंने यह आयोजन कराया है। सपा सरकार ने २०१३ में भव्य और शानदार आयोजन किया था। हार्वर्ड विश्वविद्यालय की टीम ने उसके प्रबंधन और व्यवस्थाओं की सराहना की थी।
बिहार में नई दुकान या पुरानी दुकान का विस्तार?
यूपी में एनडीए घटक में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अब बिहार में भी अपनी जमीन तैयार करेगी। पार्टी की नजर बिहार के पिछड़े वर्ग के मतदाताओं पर है। पार्टी एनडीए के साथ बिहार विधानसभा चुनाव में २९ सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रही है। इसके लिए सुभासपा विधानसभा वार अन्य पिछड़ा वर्ग, महिला और युवा सम्मेलन करने जा रही है। पार्टी १७ मार्च को सीतामढ़ी में भी एक रैली का आयोजन करेगी। प्रदेश सरकार में मंत्री और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर बिहार में चुनाव लड़ने की तैयारियों की समीक्षा लगातार कर रहे हैं। सुभासपा नवादा, पश्चिमी चंपारण, सासाराम, नालंदा, औरंगाबाद, गया और बेतिया सहित २८ जिलों में अपने लिए २९ सीटें मांग रही है। पिछले तीन महीने में पार्टी बिहार में २४ रैलियां कर चुकी है।
जल्द आएगी की घोषणा
खुद ही स्थायी हो गई?
यूपी के सत्ताधारी दल बीजेपी में इस समय संगठन चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। यूपी बीजेपी में संगठन चुनाव के तहत मंडल अध्यक्षों की लिस्ट जारी होने के बाद अब सबकी नजरें जिलाध्यक्षों की सूची और नए प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर टिकी हुई हैं। बीजेपी जल्द ही नए जिलाध्यक्षों की लिस्ट जारी कर सकती है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक लिस्ट तो तैयार हो चुकी, चूंकि दिल्ली के विधानसभा चुनाव और प्रयागराज में कुंभ की वजह से शीर्ष नेतृत्व व्यस्त था इसीलिए घोषणा नहीं हो सकी। दिल्ली में बीजेपी सरकार बना चुकी है, और २६ फरवरी को महाकुंभ का समापन भी हो गया है। ऐसे में उम्मीद है एक हफ्ते के अंदर जिलाध्यक्षों की लिस्ट जारी हो जाएगी।
एक राष्ट्र, एक चुनाव या एक मुद्दा कई भाषण?
पीएम मोदी एक राष्ट्र, एक चुनाव यानी ओएनओई पर काफी जोर दे रहे हैं। बीजेपी ने युवाओं, खासकर पहली बार वोट देने वालों को अपने साथ लाने के लिए इस मुद्दे पर अभियान शुरू करने की योजना बनाई है। यूपी ही नहीं, बल्कि पूरे देश में यह अभियान चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत २७ फरवरी पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से हुई। बीजेपी छात्रों को ओएनओई पर एक कार्यक्रम आयोजित करने में मदद करेगी। बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक, पार्टी यूनिवर्सिटी, कॉलेज और प्रोफेशनल इंस्टीट्यूट के छात्रों से संपर्क करेगी। यह भी बताया जाएगा कि इससे कामकाज में रुकावटें वैâसे कम होंगी और सरकार वैâसे बेहतर तरीके से काम कर पाएगी।

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