रोहित माहेश्वरी
केंद्र सरकार द्वारा जातीय जनगणना की घोषणा के बाद विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने इसे चुनावी फायदे के लिए लिया गया कदम बताया और सरकार की नीयत पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना सामाजिक न्याय का हथियार है, जिससे सभी वर्गों की सच्चाई सामने आएगी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इसे विपक्ष और पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) की जीत बताया। उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा अगर जनगणना में चालबाजी करती है तो जनता जवाब देगी। उन्होंने इसे २०२७ के चुनाव का केंद्रीय मुद्दा बताया।
कमजोर करने की कोशिश
मुजफ्फरनगर में पाकिस्तान विरोधी जन आक्रोश रैली के दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिवैâत पर हमला हुआ। कुछ लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी करते हुए लाठी से सिर पर वार करने की कोशिश की, जिससे उनकी पगड़ी गिर गई। टिकैत ने इसे पूर्वनियोजित साजिश बताया और कहा कि यह किसान आंदोलन को कमजोर करने की कोशिश है। घटना के समय भारी पुलिस बल मौजूद था, इसके बावजूद टिवैâत को सुरक्षित निकालने में मुश्किल हुई, जिससे राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। बीकेयू ने इस हमले के विरोध में पंचायत बुलाकर नाराजगी जताई है।
वे केवल दिखावा करते हैं
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने एलान किया है कि पार्टी आगामी पंचायत चुनाव में किसी गठबंधन के बिना अकेले मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता मजबूत हैं और जनता का भरोसा पार्टी पर है। उन्होंने जातीय जनगणना पर राहुल गांधी के दबाव को सरकार के झुकने का कारण बताया और संघ प्रमुख मोहन भागवत पर भी निशाना साधा कि वे केवल दिखावा करते हैं।
विवादों से पुराना नाता
संभल के सर्किल ऑफिसर अनुज चौधरी का तबादला चंदौसी कर दिया गया है, जहां वे न्यायालय सुरक्षा और तकनीकी मामलों की जिम्मेदारी संभालेंगे। चौधरी का ट्रांसफर ऐसे समय हुआ है, जब उनके खिलाफ जांच दोबारा शुरू हुई है। चौधरी पहले भी कई विवादों में रह चुके हैं। होली-रमजान को लेकर बयानबाजी, धार्मिक रथ यात्रा में गदा उठाने और यूट्यूबर द्वारा धमकी मिलने जैसी घटनाओं में वे चर्चा में रहे हैं। इन विवादों के चलते अब उन्हें नई तैनाती दी गई है।