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टीला ढहने से आधा दर्जन मकान जमींदोज, दो बालिकाओं सहित तीन की मौत

एक दर्जन लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका
रेस्क्यू अभियान जारी, मलबे में तब्दील हुए मकान

डॉ. कमल कान्त उपमन्यु

मथुरा। कच्ची सड़क घनी आबादी वाले क्षेत्र में आज दोपहर एक साथ आधा दर्जन मकान जमींदोज होकर मलबे के ढेर में बदल गए। मलबे के ढेर में दबकर 3 लोगों की मौत हो गई। मृतक बालिकाएं दोनों सगी बहनें बतायी जा रही हैं। टीले पर बने मकान में रहने वाले परिवार और पास ही निमार्णाधीन दीवार पर काम कर रहे मजदूरों समेत एक दर्जन लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। सूचना मिलते ही जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह, एसएसपी श्लोक कुमार समेत नगर निगम, प्रशासन और दमकल की टीमें मौके पर पहुंची हैं। रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। यह घटना शाहगंज दरवाजा क्षेत्र में सिद्ध बाबा मंदिर के पास हुई। यहां बाड़े में जेसीबी से खुदाई चल रही थी। तभी अचानक मिट्टी ढही और एक के बाद एक कई मकान मलबे में तब्दील हो गए। टीला खिसकने से यहां चीखपुकार मच गई।

सूचना पर जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह एसएसपी श्लोक कुमार सहित पुलिस और प्रशासन के आलाधिकारीअधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गए और बचाव कार्य शुरू करा दिया गया। हादसे में तीन लोगों की मौत हुयी है। जिनमें तोताराम और दो सगी बहनें यशोदा (6) और काव्या (3) वर्ष हंै। अधिकारियों ने राहत कार्य और तेज करने के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे प्रभावित क्षेत्र से दूर रहें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब हादसा हुआ तो ऐसा लगा कि भूकंप आ गया हो। लोगों को भागने तक का मौका नहीं मिला। लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही एक के बाद एक कई मकान मलबे में तब्दील हो गए। आधा दर्जन मकान जो ढहे हैं, वो मिट्टी के टीले पर बने हुए थे। ये विनोद हलवाई, बजरंगी सैनी, विजय, सूरज, राधा मुन्नी, पन्नालाल के मकान हैं।

चार लोगों को मलबे से निकाला गया, जिन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल भेजा गया। इनमें दो बच्चियां शामिल थीं। यशोदा और काव्या दोनों सगी बहनें अपनी नानी के यहां आईं थीं। ये दोनों बच्ची वृंदावन के गौतमपाड़ा निवासी मोहन लाल की बेटियां हैं। ये दोनों बच्चियां एक ही कमरे में सोई हुयी थीं, जिनकी इस हादसे में मौत हो गयी।

मौजूद मृतकों के परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया कि यदि समय रहते बचाव दल मौके पर पहुंच जाता तो दर्जनों लोगों को मौत के मुंह में जाने से रोक लिया जाता। जिला अस्पताल में मौजूद प्रियांशु शर्मा ने बताया कि डेढ़ दर्जन लोग माया टीला के नीचे दबे पड़े हुए है जिन्हें निकला जाना बाकी है।

जिला अस्पताल पहुंचे मथुरा वृंदावन विधायक श्रीकांत शर्मा ने बताया कि उन्होंने इस घटना के संदर्भ में मुख्यमंत्री को अवगत कराया है । घटनामें लिप्त दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नीरज अग्रवाल का कहना था कि किसी भी स्थिति में चिकित्सा सेवा देने के लिए जिला अस्पताल में पूरे इंतजाम है

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