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पालघर में शर्मसार हुई इंसानियत…स्वास्थ्य व्यवस्था कोमा में… एंबुलेंस नहीं मिलने से कोख में बच्चे की मौत!

-प्लास्टिक थैली में शिशु का शव ८० किमी दूर लेकर आया पिता

द्रुप्ति झा / पालघर

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से सटे पालघर जिले में चिकित्सा की लापरवाही की पोल खोलती तस्वीरें इंसानियत को शर्मसार करने वाली हैं। वक्त पर एंबुलेंस नहीं मिलने से एक शिशु की कोख में ही मौत हो गई। अस्पताल से भी घर आने के लिए जब एंबुलेंस नहीं मिली तो पिता शिशु के शव को प्लास्टिक की थैली में लेकर ८० किलोमीटर अपने घर लेकर आया, जहां उसका अंतिम संस्कार किया गया।
६ घंटे एंबुलेंस का इंतजार
यह मामला पालघर के मोखाडा तालुका के एक गांव का है, जहां दो दिन पहले अविता सखाराम कवर नाम की एक गर्भवती महिला को असहनीय पीड़ा होने लगी। परिजनों ने १०८ नंबर पर कॉल किया। ६ घंटे बीत जाने के बाद भी जब एंबुलेंस नहीं पहुंची तो परिजनों ने उसे निजी वाहन से खोडाला अस्पताल में भर्ती कराया।
खोडाला अस्पताल की शर्मनाक करतूत!
पालघर जिले से एक शर्मनाक घटना सामने आई है। वक्त पर एंबुलेंस नहीं मिलने पर एक शिशु की कोख में ही मौत हो गई। जब किसी तरह महिला को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया तब तक महिला की स्थिति गंभीर हो चुकी थी। ऐसे में वहां के डॉक्टरों ने उसे नासिक ले जाने को कहा। इस मामले में पूर्व विधायक सुनील भुसारा ने आरोप लगाया है कि खोडाला में डॉक्टरों को पता चल गया था कि महिला के पेट में बच्चे की मौत हो चुकी है तो उन्होंने उसे नासिक क्यों भेजा?
बता दें कि स्थानीय डॉक्टरों ने जब उसे नासिक ले जाने को कहा तो महिला के परिजन निजी वाहन से उसे नासिक ले गए। वहां सिविल अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने बताया कि कोख में शिशु की मौत हो चुकी थी। इसके बाद मृत बच्चे के शव को घर लाने के लिए परिजनों को नासिक से भी जब एंबुलेंस नहीं मिली तो पिता प्लास्टिक थैली में शिशु के शव को रखकर उसे एसटी से घर ले गया। इस घटना से जिला प्रशासन व चिकित्सा विभाग पर कई सवाल उठने लगे हैं।
जिला प्रशासन की लापरवाही
इस घटना को लेकर राकांपा (शरद चंद्र पवार) के पूर्व विधायक सुनील भुसारा ने आरोप लगाया है कि खोडाला में डॉक्टरों को पता चल गया था कि महिला के पेट में बच्चे की मौत हो चुकी है तो उन्होंने उसे नासिक क्यों भेजा? चिकित्सा विभाग की ओर से हर बार ऐसी गलतियां हो रही हैं। समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंचने का कारण जिला प्रशासन की लापरवाही है। भुसारा ने कहा कि राज्य सरकार ने ग्रामीणों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर उनकी जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है।

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