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बुझता दीया नहीं मशाल हूं मैं…जिसकी जमानत जनता ने ली है! …बजेगी शहनाई …जीत रहे अनिल देसाई

राजेश जायसवाल / मुंबई
मुंबई की छह लोकसभा सीटों पर २० मई को मतदान होना है। चुनाव प्रचार अपने अंतिम चरण में पहुंच गया है। शहर की गलियों-कॉलोनियों में सुबह-शाम हर व्यक्ति की जुबान पर एक ही चर्चा है, इस बार अपना वोट किसे दिया जाए?
दक्षिण-मध्य मुंबई लोकसभा सीट की लड़ाई अपने दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है। यह सीट अपने आप में एक अलग वर्चस्व रखती है। यहां शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के नाम का आज भी दबदबा बरकरार है। उन्हीं के नाम पर दो बार चुनकर आए राहुल शेवाले इस बार मोदी के नाम पर वोट मांगते फिर रहे हैं। उनका मुकाबला इस बार शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के शिक्षित और सभ्य उम्मीदवार अनिल देसाई से है। यहां छह सभी विधानसभाओं में शिवसेना का वोट बैंक ज्यादा है। बताया जा रहा है कि अनिल देसाई पर्दे के पीछे की राजनीति में माहिर हैं। वो शांतप्रिय होकर अपने काम को अंजाम देने के लिए जाने जाते हैं। इसलिए राजनीतिक पंडितों की मानें तो महायुति को ओवर कॉन्फिडेंस हो गया है, ऐसे में अनिल देसाई काफी वोटों से शेवाले को शिकस्त दे सकते हैं। देसाई के जनसंपर्क और प्रचार रैली को हर समुदाय के लोगों का जोरदार समर्थन मिल रहा है। अनिल देसाई ने किंग सर्कल के गांधी मार्केट में कपड़ा व्यापारी संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को जाना। उन्होंने वादा किया कि जीत कर आने के बाद गांधी मार्केट का कायाकल्प किया जाएगा। पंजाबी कालोनी की २५ इमारतों को लेकर भी उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि उनके साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। जनसंपर्क के दौरान कांग्रेस के पूर्व नगरसेवक जसबीर सिंह बीरा ने सिख समाज से अनिल देसाई को भारी मतों से जिताने की अपील की। उनके साथ महेश भानुशाली, राजू देवेंद्र, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के दर्शनबीर सिंह कोछड़ (हनीभाई), रवि परब समेत भारी संख्या में लोग मौजूद थे। इस दौरान महाविकास आघाड़ी में शामिल सभी दलों के नेता व कार्यकर्ताओं ने पूरी ताकत झोंक दी है, जिसे देखकर हर कोई यहीं कह रहा है कि अनिल देसाई का चुनकर आना लगभग तय है।

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